∠AOC + ∠BOE = 70o
∠BOD = 40o ...(i)
∴ ∠AOC = ∠BOD [ शीर्षाभिमुख कोण ]
∴ ∠AOC = 40° ...(ii)
अब, ∠AOC + ∠BOE = 70°
⇒ 40° + ∠BOE = 70°
⇒ ∠BOE = 70° - 40°
⇒ ∠BOE = 30°
= ∠COD + ∠BOD + ∠BOE
= ∠COD + 40° + 30°
समीकरण (i) और (ii) से
∠COE + 40° + 30° = 180o ⇒ ∠COE = 110o
प्रतिवर्ती
∠COE = 360o - 110o =- 250o
आकृति में,
∴ ∠PQS + ∠PQR = 180° ...(1)
[ रैखिक कोण ]
∴ ∠PRQ + ∠PRT = 180° ...(2)
[ रैखिक कोण ]
समीकरण (i) और (ii) से
∠PQS + ∠PQR = ∠PRQ + ∠PRT
⇒
⇒ ∠PQS = ∠PRT
x + y = w + z ...(i) [ दिया है ]
∵ एक बिंदु के चरों ओर बने कोण = 360°
x + y + w + z = 360o
x + y + x + y = 360o
2(x + y) = 360o
x + y = 180
∴ AOB एक सरल रेखा है।
∴ ∠QOR = ∠POR = 90° ...(1)
∠QOS = ∠QOR + ∠ROS ...(2)
∠POS = ∠POR - ∠ROS ...(3)
समीकरण (ii) और (iii) से
∴ ∠QOS - ∠POS = (∠QOR - ∠POR) + 2∠ROS = 2∠ROS [ ∠QOR = ∠POR ]
∴ ∠XYZ+ ∠ZYP = 180°
⇒ 64° + ∠ZYP = 180°
[ ∵ ∠XYZ = 64° ( दिया है ) ]
⇒ ∠ZYP = 180° - 64°
⇒ ∠ZYP = 116° ... (i)
का अर्धक YQ है।
[ समीकरण (i) से ]
= 58o ... (2)
[ एक बिंदु के चारों ओर के कोणों का योग 360o होता हैं ]
पुन:,
= 640 + 580
,
∴AEG + ∠AEH = 180° [ रैखिक युग्म ]
⇒ 50° + x = 180°
⇒ x = 180° - 50° = 130° ...(1)
y = 130° ...(2) [ शीर्षाभिमुख कोण ]
समीकरण (i) और (ii) से
x = y
परन्तु ये एकान्तर कोण हैं।
अत: AB || CD
∵ AB || CD
CD || EF
∴ AB || EF
∴ x = z ...(1) [ एकान्तर कोण ]
x + y = 180° ...(2)
समीकरण (i) और (ii) से
z + y = 180°
y : z = 3 : 7
अनुपातों का योगफल = 3 + 7 = 10
(i) ∠AGE = ∠GED = 126° [ एकान्तर कोण ]
(ii) ∠GED = 126°
⇒ ∠GEF + ∠FED = 126°
⇒ ∠GEF + 90° = 126° [ ∵ EF ⊥ CD ∴ ∠FED = 90° ]
⇒ ∠GEF = 126° - 90° = 36°
(iii) ∠GEC + ∠GEF + ∠FED = 180° [ रैखिक युग्म ]
⇒ ∠GEC + 36° + 90° = 180°
⇒ ∠GEC + 126°= 180°
⇒ ∠GEC = 180° - 126° = 54°
अब, ∠FGE = ∠GEC = 54° [ एकान्तर कोण ]
आकृति में, यदि PQ || ST, ∠PQR = 110° और ∠RST = 130° है, तो ∠QRS ज्ञात कीजिए।
[ संकेत : बिंदु R से लेकर ST के समांतर एक रेखा खींचिए ]
∠RST + ∠SRU = 180° [ तिर्यक रेखा के एक ही ओर बने कोण ]
⇒ 130° + ∠SRU = 180°
⇒ ∠SRU = 180° - 130° = 50° ...(i)
∠QRU = ∠PQR = 110° [ एकान्तर कोण ]
⇒ ∠QRS + ∠SRU = 110°
⇒ ∠QRS + 50° = 110° समीकरण (i) से
⇒ ∠QRS = 110° - 50° = 60°
x = ∠APQ = 50° [ एकान्तर कोण ]
∠APQ + y = ∠PRD = 127° [ एकान्तर कोण ]
50° + y = 127°
y = 127° - 50° = 77°
∠LBC = ∠MCB ... (i) [ एकान्तर कोण ]
∠ABL = ∠LBC ... (ii) [ ∵ आपतन कोण = परावर्तित कोण ]
∠MCB = ∠MCD ...(3) [ ∵ आपतन कोण = परावर्तित कोण ]
समीकरण (i), (ii) और (iii) से
∠ABL = ∠MCD ... (iv)
समीकरण (i) और (iv) को जोड़ने पर
∠LBC + ∠ABL = ∠MCB + ∠MCD
⇒ ∠ABC = ∠BCD
परन्तु यह एकान्तर कोणों का एक युग्म है।
इसलिए, AB||CD
∴ ∠PQT + ∠PQR = 180° [ रैखिक युग्म ]
⇒ 110° + ∠PQR = 180°
⇒ ∠PQR = 180° - 110° = 70° ... (i)
∴ ∠SPR + ∠QPR = 180°
⇒ 135° + ∠QPR = 180°
⇒ ∠QPR = 180° - 135° = 45° ... (ii)
∆PQR में,
∠PQR + ∠QPR + ∠PRQ = 180° [ त्रिभुज के तीनों कोणों का योग = 180° ]
⇒ 70° + 45° + ∠PRQ = 180°
समीकरण (i) और (ii) से
⇒ 115° + ∠PRQ = 180°
⇒ ∠PRQ = 180° - 115° = 65°
∆XYZ में,
∠XYZ + ∠YZX + ∠ZXY = 180° [ ∵ त्रिभुजों के तीनों कोणों का योग = 180° ]
⇒ 54° + ∠YZX + 62° = 180°
⇒ 116° + ∠YZX = 180°
⇒ ∠YZX = 180° - 116° = 64° ... (i)
∵ ∠XYZ का अर्धक YO है,
∆OYZ में,
∠OYZ + ∠OZY + ∠YOZ = 180°
[ ∵ त्रिभुज के तीनों कोणों का योग = 180° ]
⇒ 27° + 32° + ∠YOZ = 180°
समीकरण (ii) और (iii) में
⇒ 59° + ∠YOZ = 180°
⇒ ∠YOZ = 180° - 59° = 121°
∠DEC = ∠BAC = 35° ... (i)
[ एकान्तर कोण ]
∠CDE = 53° ... (ii)
∆CDE में,
∠CDE + ∠DEC + ∠DCE = 180°
[ ∵ त्रिभुजों के तीनों कोणों का योग = 180° ]
⇒ 53°+ 35° + ∠DCE = 180°
समीकरण (i) और (ii) से
⇒ 88° + ∠DCE = 180°
⇒ ∠DCE = 180° - 88° = 92°
∆PRT में,
∠PTR + ∠PRT + ∠RPT = 180°
[ ∵ त्रिभुजों के तीनों कोणों का योग = 180° ]
⇒ ∠PTR + 40°+ 95° = 180°
⇒ ∠PTR + 135° = 180°
∠PTR = 45°
⇒ ∠QTS = ∠PTR = 45° [ शीर्षाभिमुख कोण ]
∆TSQ में,
∠QTS + ∠TSQ + ∠SQT = 180°
⇒ [ ∵ त्रिभुजों के तीनों कोणों का योग = 180° ]
⇒ 45° + 75° + ∠SQT = 180°
⇒ 120° + ∠SQT = 180°
⇒ ∠SQT = 180° - 120° = 60°
∠QRT = ∠RQS + ∠QSR
[ ∵बाह्य कोण प्रमेय ]
⇒ 65° = 28° + ∠QSR
⇒ ∠QSR = 65° - 28° = 37°
∵ PQ ≠ SP
∴ ∠QPS = 90°
∵ PQ || SR
∴ ∠QPS + ∠PSR = 180°
[ ∵ तिर्यक रेखा पर एक ही ओर बने कोण = 180° ]
⇒ 90° + ∠PSR = 180°
⇒ ∠PSR = 180° - 90° = 90°
⇒ ∠PSQ + ∠QSR = 90°
⇒ y + 37° = 90°
⇒ y = 90° - 37° = 53°
∆PQS में,
∠PQS + ∠QSP + ∠QPS = 180°
[ ∵ त्रिभुज के तीनों कोणों का योग = 180° ]
⇒ x + y + 90° = 180°
⇒ x + 53° + 90° = 180°
⇒ x + 143° = 180°
⇒ x = 180° - 143° = 37°
∵ ∠TRS बाह्य कोण प्रमेय से ∆TQR ∴ ∠TRS = ∠TQR + ∠QTR ... (i)
∵ बाह्य कोण दोनों आंतरिक कोणों के प्रतिवर्ती कोण के योग के बराबर होता है
∵ ∠ PRS, ∆PQR का बाह्य कोण है
∴ ∠PRS = ∠PQR + ∠QPR ... (ii)
∵ बाह्य कोण दोनों आंतरिक कोणों के प्रतिवर्ती कोण के योग के बराबर होता है
⇒ 2 ∠TRS = 2∠TQR + ∠QPR
[ ∵ QT, ∠PQR का समद्विभाजक है और RT, ∠PRS का समद्विभाजक है ]
⇒ 2(∠TRS - ∠TQR) = ∠QPR ... (iii)
समीकरण (i) से,
∠TRS - ∠TQR = ∠QTR ... (iv)
समीकरण (iii) और (iv) से
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