भारत और समकालीन विश्व 1 Chapter 1 फ़्रांसिसी क्रांति
  • Sponsor Area

    NCERT Solution For Class 9 सामाजिक विज्ञान भारत और समकालीन विश्व 1

    फ़्रांसिसी क्रांति Here is the CBSE सामाजिक विज्ञान Chapter 1 for Class 9 students. Summary and detailed explanation of the lesson, including the definitions of difficult words. All of the exercises and questions and answers from the lesson's back end have been completed. NCERT Solutions for Class 9 सामाजिक विज्ञान फ़्रांसिसी क्रांति Chapter 1 NCERT Solutions for Class 9 सामाजिक विज्ञान फ़्रांसिसी क्रांति Chapter 1 The following is a summary in Hindi and English for the academic year 2021-2022. You can save these solutions to your computer or use the Class 9 सामाजिक विज्ञान.

    Question 1
    CBSEHHISSH9009499

    फ्रांस में क्रांति की शुरुआत किन परिस्थितियों में हुई? 

    Solution

    निम्नलिखित परिस्थितियाँ फ्रांस में क्रांतिकारी प्रतिरोध को भड़काने में सहायक रही-
    (i) पेरिस में 14 जुलाई, 1789 को खतरे की घंटी का बजाया जाना l
    (ii) शहर में राजा द्वारा सेना को प्रवेश करने की आज्ञा देना l
    (iii) राजा जल्दी ही नागरिकों पर गोली चलाने का आदेश देने वाला है जैसी अफवाहों को फैलाना l
    (iv) जब 5 मई 1789 को राजा द्वारा एस्टेट के प्रतिनिधियों को बुलाया गया, तो दूसरे तथा पहले एस्टेटों के प्रतिनिधि तो बैठे हुए थे परन्तु, तीसरे एस्टेट के 600 प्रतिनिधियों को पीछे की ओर खड़ा रखा गया l साथ ही, तीसरे एस्टेट के प्रतिनिधियों को पहले तथा दूसरे एस्टेट के प्रतिनिधियों के बराबर मतदान का अधिकार नहीं दिया गया l इन्हीं कारणों से फ्रांस में क्रन्तिकारी प्रतिरोध की आग भड़की l

    Question 2
    CBSEHHISSH9009500

    फ्रांसीसी समाज के किन तबकों को क्रांति का फ़ायदा मिला? कौन-से समूह सत्ता छोड़ने के लिए मजबूर हो गए? क्रांति के नतीजों से समाज के किन समूहों को निराशा हुई होगी?  

    Solution

    फ्रांस की क्रांति से सबसे अधिक लाभ पढ़े-लिखे धनी मध्य वर्ग को पहुंचा। राज परिवार, पादरी तथा कुलीन वर्ग को सत्ता छोड़ने के लिए विवश किया गया। क्रांति के परिणामों से वहां की महिलाओं को निराशा का सामना करना पड़ा।

    Question 3
    CBSEHHISSH9009501

    उन्नीसवीं और बीसवीं सदी की दुनिया के लिए फ़्रांसिसी क्रांति कौन-से विरासत छोड़ गई?

    Solution

    (i) लोकतान्त्रिक अधिकारों के विचार, जैसे स्वतंत्रता और जनवादी अधिकारों के विचार फ्रांसीसी क्रांति की सबसे महत्वपूर्ण विरासत थे। ये विचार 19वीं सदी में फ़्रांस से निकल कर बाकी यूरोप में भी फैले।
    (ii) इसके साथ ही इन्हे भारत और यू.एस.ए. जैसे देशो के सविधान में भी शामिल किया गया। मौलिक अधिकारों के रूप में ये भारत को मिले।
    (iii) पुरुष और नागरिक अधिकरों ने भी विश्व में क्रन्तिकारी आंदोलनों पर प्रभाव डालाl जैसे एशिया, अफ्रीका आदि।
    (iv) 'आदमी स्वतंत्र पैदा होते है, स्वतंत्र रहते है, और उनके अधिकार भी सामान होते है' इस कथन ने औपनिवेशिक लोगो को प्रभावित कियाl इसके परिणाम यह हुए की उन्होंने गुलामी के खिलाफ आवाज़ उठाई।
    (v) ये नए क्रन्तिकारी प्रभाव बहुत जल्दी ही फ़्रांस अधिकृत यूरोपीय तथा विश्व के अन्य देशो में फैल गएl लोग ने संप्रभु राष्ट्रीय-राज्य की स्थापना के लिए विरोध करना शुरू किया।

    Question 4
    CBSEHHISSH9009502

    उन जनवादी अधिकारों की सूची बनाएँ जो आज हमें मिले हुए हैं और जिनका उद्ग्म फ्रांसीसी क्रांति में हैं।

    Solution

    ऐसे प्रजातांत्रिक अधिकार जिनकी उत्पत्ति फ्रांसीसी क्रांति में खोजी जा सकती है तथा जिनका उपभोग आज हम करते हैं वह निम्नलिखित है-
    (i) समानता का अधिकार।
    (ii) भाषण तथा विचार अभिव्यक्त करने की स्वतंत्रता का अधिकार।
    (iii) मत देने तथा किसी खास कार्यालय के लिए चुने जाने का अधिकार।
    (iv) संपत्ति का अधिकार।
    (v) सुरक्षा का अधिकार। 
    (vi) दमन के विरोध का अधिकार।

    Question 5
    CBSEHHISSH9009503

    क्या आप इस तर्क से सहमत हैं कि सार्वभौमिक अधिकारों के संदेश से नाना अंतर्विरोध थे?

    Solution

    हां, यह सत्य है कि सार्वभौमिक अधिकारों का संदेश विभिन्न विरोधाभासों से भरा हुआ था-
    (i) महिलाओं ने लिंग आधारित अधिकारों के घोषणा पत्र के विरुद्ध विरोध किया। 
    (ii) ज्याँ-पॉल मरा ने इसका विरोध किया कि लोगों का प्रतिनिधित्व करने का संवैधानिक अधिकार सिर्फ उच्च वर्ग और अमीर लोगों को उपलब्ध था। गरीबों तथा दलितों को इस अधिकार से अलग रखा गया था।
    (iii) डेस्मॉलिन्स ने आतंक के राज की आलोचना की जिसका उपयोग स्वतंत्रता के अधिकार की परिपक्वता तक इसको सीमित रखने के लिए किया गया था।

    Question 6
    CBSEHHISSH9009504

    नेपोलियन के उत्थान की व्याख्या आप किस तरह करेंगे?

    Solution

    (i) जैकोबिनों के पतन के पश्चात सत्ता सत्ता खिसक कर मध्यवर्गीय अमीरों के हाथों में पहुँची। इसका परिणाम यह हुआ कि वे लोग जो आर्थिक रूप से कमजोर थे तथा उच्च वर्ग (पूर्व पादरी एवं कुलीन) के लोग नाराज हो गएl
    (ii) नव नियुक्त 'डिरेक्ट्री' प्रायः विधायी परिषद से झगड़ा करताl जिसकी वजह से उसे अक्सर भंग कर दिया जाता था। 
    (iii) इससे फ्रांस में एक राजनीतिक अस्थिरता का वातावरण उत्पन्न हुआ।
    नेपोलियन बोनापार्ट ने इस अवसर का फ़ायदा उठाते हुए सत्ता पर कब्ज़ा कर लिया।

    Question 7
    CBSEHHISSH9009655

    जीविका संकट क्या है? प्राचीन राजतंत्र के दौरान फ्रांस में क्यो पायी गई ?

    Solution
    1. फ्रांस की जनसंख्या सन् 1715 मे 2.3 करोड़ थी जो सन् 1789 मे बढ़कर 2.8 करोड़ हो गई।
    2. अनाज उत्पादन की तुलना में उसकी मांग काफी तेजी से बढ़ी।
    3. अधिकांश लोगों के मुख्य खाध-पावरोटी की कीमत में तेजी से वृद्धि हुई।
    4. अधिकतर कामगार कारखानों में मजदूरी करते थे और उनकी मजदूरी मालिक तय करते थे और मजदूरी महंगाई की दर से नही बढ़ रही थी फलस्वरूप अमीर-गरीब की खाई चौड़ी होती गई।
    Question 8
    CBSEHHISSH9009656

    एस्टेट जनरल में वोट की प्रणाली क्या थी? तृतीय एस्टेट के लोग क्या परिवर्तन लाना चाहते थे ?

    Solution
    1. एस्टेट जेनरल के नियमों के अनुसार प्रत्येक वर्ग को एक मत देने का अधिकार था।
    2. तीसरे वर्ग के प्रतिनिधियों ने माँग रखी कि, अबकी बार पूरी सभा द्वारा मतदान कराया जाना चाहिए जिसमे प्रत्येक सदस्य को एक वोट देने का अधिकार होगा।
    3. यह एक लोकतान्त्रिक सिद्धांत था जिसे मिसाल के तौर पर रूसो ने अपनी पुरतक ''द सोशल कॉन्ट्रैक्ट'' मे प्रस्तुत किया था।
    Question 9
    CBSEHHISSH9009657

    उन घटनाओं का वर्णन करें जो बास्तील के आक्रमण के लिए उत्तरदायी थे।

    Solution
    1. जिस वक्त नैशनल असेंबली सविधान का प्रारूप तैयार करने में व्यस्त थी, पूरा फ्रांस आंदोलित हो रहा था।
    2. कड़ाके की ठंड के कारण फसल मारी गई और पावरोटी की कीमतें आसमान छू रही थी । बेकरी मालिक स्थिति का फायदा उठाते हुए जमाखोरी मे जुटे थे।
    3. बेकरी की दुकानों पर घंटों के इंतज़ार के बाद गुस्साई औरतों की भीड़ ने दुकान पर धावा बोल दिया।
    4. ठीक उसी समय सम्राट ने सेना को पेरिस में प्रवेश का आदेश दे दिया । 14 जुलाई को बास्तील पर धावा बोलकर उसे नेस्तनाबूद कर दिया।
    Question 10
    CBSEHHISSH9009658

    संवैधानिक राजतंत्र के नयी राजनीतिक प्रणाली फ्रांस में कैसे काम किया? वर्णन करे।

    Solution
    1. सन् 1791 के संविधान ने कानून बनाने का अधिकार नैशनल असेंबली को सौंप दिया जो अप्रत्यक्ष रूप से चुनी जाती थी।
    2. नागरिक एक निर्वाचक समूह का चुनाव करते थे जो पुन: असेंबली के सदस्यों को चुनते थे सभी नागरिक को मतदान का अधिकार नहीं था।
    3. 25 वर्ष से अधिक उम्र वाले केवल ऐसे पुरुषों को ही सक्रिय नागरिक का दर्जा दिया गया था, जो कम से कम तीन दिन की मजदूरी केबराबर कर चुकाते थे।
    4. शेष पुरुषों और महिलाओं को निष्क्रिय नागरिक के रूप में वर्गीकृत किया गया था।
    5. निर्वाचक की योग्यता प्राप्त करने तथा असेंबली का सदस्य होने के लिए लोगो का करदाताओं की उच्चतम श्रेणी में होना जरूरी था।
    Question 11
    CBSEHHISSH9009659

    'नैसर्गिक एवं अहरणीय'' अधिकार क्या था?

    Solution
    1. संविधान '' पुरूष एवं नागरिक अधिकार घोषणापत्र'' के साथ शुरू हुआ था।
    2. जीवन के अधिकार, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार और कानूनी बराबरी के अधिकार को नैसर्गिक एवं अहरणीय अधिकार के रूप में स्थापित किया गया अर्थात् ये अधिकार प्रत्येक व्यक्ति को जन्मना प्राप्त थे और इन अधिकारों को छीना नही जा सकता।
    3. राज्य का यह कर्त्तव्य माना गया कि वह प्रत्येक नागरिक के नैसर्गिक अधिकारों की रक्षा करे।
    Question 12
    CBSEHHISSH9009660

    दास प्रथा की शुरुआत क्यों हुई? फ्रांसीसी उपनिवेशों में इसका उन्मुलन क्यों हुआ ?

    Solution
    1. दासप्रथा की शुरूआत 17 वीं शताब्दी में हुई । कैरिविआई उपनिवेश-मार्टिनिक, गॉडेलोप और सैन डोमिंगो तम्बाकू, नील, चीनी एव कॉफी जैसी वस्तुओ केमहत्वपूर्ण आपूर्तिकर्त्ता थे।
    2. अपरिचित एवं दूर देश जाने और काम करने के प्रति यूरोपियों की अनिच्छा का मतलब था - बगानों मे श्रम की कमी।
    3. अठारहवीं सदी में फ्रांस मे दास-प्रथा की ज्यादा निंदा नही हुई नेशनल असेंबली मे लंबी बहस हुई कि व्यक्ति के मूलभूत अधिकार उपनिवेशों में रहने वाली प्रजा सहित समस्त फ्रांसीसी प्रथा को प्रदान किए जाए या नही।
    4. सन् 1794 के कन्वेंशन ने फ्रांसीसी उपनिवेशों में सभी दासों की मुक्ति का कानून पारित कर दिया।
    5. यह कानून एक छोटी-सी अवधि तक ही लागू रहा । दस वर्ष बाद नेपोलियन ने दास - प्रथा पुनः शुरू कर दी।
    6. फ्रांसीसी उपनिवेशों से अंतिम रूप से दास-प्रथा का उन्मूलन 1848 मे किया गया।
    Question 13
    CBSEHHISSH9009661

    क्रांति क्या है ? 'व्याख्या करे। फ्रांस की क्रांति अलग-अलग लोगो के लिए अलग अर्थ क्यों रखता है?

    Solution

    क्रांति,परिवर्तन है, जो किसी देश की सरकार को बदलने या परिवर्तित करने के लिए जनता द्वारा की गई हिंसात्मक या आक्रामक कार्यवाही है।

    1. क्रांति से तृतीय एस्टेट और साधारण लोगों को फायदा हुआ । पादरी वर्ग और कुलीन वर्ग की शक्ति को समाप्त कर दिया गया।
    2. उनके विशेष अधिकार खत्म कर दिए गए। निचले मध्यम वर्ग को ज्यादा सुविधा मिली।
    3. कारीगरों और मजदूरी की रिथति में सूधार हुआ।
    4. पादरी, सामंती , कुलीन यहाँ तक कि महिलाएँ असंतुष्ट थे। क्रांति के द्वारा पूर्ण समानता नही मिली । सभी को वोट देने का अधिकार प्राप्त नही था । महिलाओं को 1946 में वोट देने का अधिकार प्राप्त हुआ।

    Question 14
    CBSEHHISSH9009662

    तृतीय एस्टेट मे कौन से लोग आते थे? टैक्स कौन अदा करता था और किसको?

    Solution

    तृतीय एस्टेट में निम्नलिखित लोग आते थे;

    1. बड़े व्यवसायी, व्यापारी, वकील, किसान, कारीगर, छोटे किसान, भूमिहीन मजदूर और नौकर।
    2. तृतीय एस्टेट में कुछ लोग अमीर थे तो कुछ लोग गरीब। ये जनसंख्या के 95 प्रतिशत भाग मे थे। ये राज्य को टैक्स आदा करते थे।
    3. टैक्स का रूप था: टाइद, टाइल और कई प्रकार के अप्रत्यक्ष कर ।

    Question 15
    CBSEHHISSH9009663

    नेशनल असेंबली की स्थापना किसने की ? ''बास्तील डे'' कब और मनाया जाता है ?

    Solution
    1. तृतीय एस्टेट के प्रतिनिधि 20 जून को वर्साय के इन्डोर टेनिस कोर्ट मे जमा हुए और अपने आप को नेशनल असेंबली घोषित कर दिया।
    2. प्रतिवर्ष 14 जुलाई को बारसील डे के रूप मे मानाया जाता है क्योंकि उस दिन पेरिस नगर के बास्तील किले की जेल को तोड़ डाला गया । यह जेल सम्राट की निरंकुश और आंतक का प्रतीक था।
    Question 16
    CBSEHHISSH9009664

    उन तीन प्रमुख दार्शनिकों का नाम लिखें, जिन्होने फ्रांस की क्रांति में अहम भूमिका थी । उनके प्रमुख विचार क्या थे ?

    Solution
    1. ज़्याँ जाक रूसों: फ्रांसीसी दार्शनिक, उनके प्रमुख विचार मनुष्य स्वभाव अच्छा होता है परन्तु समाज के द्वारा वह चिंतित और दुखी होता है।
    2. मिराब्यो: इनका जन्म कुलीन परिवार में हुआ था लेकिन वह सामंती विशेषाधिकारों वाले समाज को खत्म करने के पक्ष में थे। उन्होने एक पत्रिका निकाली और वर्साय में जुटी भीड़ के समक्ष जोरदार भाषण भी दिए।
    3. वॉल्टेयर: एक प्रमुख फ्रांस के लेखक थे। उन्होनें चर्च के प्रशासन और उसकी बुराईयो से लोगों को परिचित कराया।
    Question 17
    CBSEHHISSH9009665

    फ्रांसीसी क्रांति सम्बन्धित निम्नलिखित घटनाओं के महत्व की व्याख्या करें:-

    1. बास्तील का हमला
    2. पादरी के नागरिक संविधान को मंजूरी ।

    Solution

    बास्तील: पर हमला:

    1. 14 जुलाई 1789, सैकड़ों लोगो का समूह पेरिस नगर के पूर्वी भाग की ओर चल पड़ा और बास्तील किले की जेल को तोड़ डाला।
    2. हथियारों पर कब्जे की इस सशस्त्र लड़ाई मे बास्तील का कामाण्डर मारा गया और कैदी छुड़ा लिए गए।
    3. सम्राट की निरंकुश शक्तियों का प्रतीक होने के कारण बास्तील लोगों की घृणा का केन्द्र था।
    4. इस दिन को (14 जुलाई का दिन) ''बास्तील डे'' के रूप में प्रतिवर्ष मनाया जाने लगा।

    पादरी के नागरिक संविधान को मंजूरी:

    1. 1790 मे चर्च को नागरिक संविधान द्वारा राष्ट्रीकृत किया गया।
    2. पादरी वर्ग और लोगो को भी विशेषाधिकारो को छोड़ देने के लिए विवश किया गया।
    3. टाइद (धार्मिक कर) समाप्त कर दिया गया और चर्च केरचामित्व वाली भूमि जब्ल कर ली गई ।

    Sponsor Area

    Question 18
    CBSEHHISSH9009666

    आतंक राज का वर्णन करे और रोबस्प्येर की मुख्य भूमिका का वर्णन करें  ।

    Solution

    सन् 1793 से 1794 तक के काल को आंतक का युग कहा जाता है।

    1. रोबस्प्येर जैकोबिन का नेता, इन्होंने नियंत्रण और दंड की सख्त नीति अपनाई ।
    2. उसके हिसाब से गणतंत्र के जो भी शत्रु थे कुलीन और पादरी, अन्य राजनीति दलों के सदस्य उन सभी को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया गया । न्यायालय यदि उन्हे दोषी पाता तो गिलोटिन पर चढ़ाकर उनका सिर कलम कर दिया जाता था।
    3. रोबस्प्येर सरकार ने कानून बनाकर मजदूरी एवं कीमतों की अधिकतम सीमा तय कर दी।
    4. गोश्त एवं पावरोटी की राशनिगं की गई।
    5. महंगे सफेद आटे के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई।
    6. रोबस्प्येर ने अपनी नीतियों को इतनी सख्ती से लागू किया कि उसके समर्थक भी त्राहि-त्राहि करने लगे। अत: जुलाई 1794 मे न्यायालाय द्वारा उसे दोषी ठहराकर गिरफ्तार कर लिया गया और अगले दिन ही उसे गिलोटिन पर चढ़ा दिया गया।

    Question 19
    CBSEHHISSH9009667

    निम्नलिखित प्रतीको में अधिकारों की घोषणा क्या दर्शाते थे?
    (1) टूटी हुई जंजीर (2) छड़ों का बर्छीदार गट्ठर (3) राजदंड (4) अपनी पूँछ, मुँह मे लिए साँप
    (5) लाल फ्राइजियन टोपी (6) विधि पट्ट

    Solution
    1. टूटी हुई जंजीर: दासों को बाँधने के लिए जंजीरों का प्रयोग होता था। टूटी हुई हथकड़ी उनकी आज़ादी का प्रतीक है।
    2. छड़ों का बर्छीदार गट्ठर: अकेली छड़ी को आसानी से तोड़ा जा सकता है पर पूरे गट्ठर को नही । एकता में ही बल है।
    3. राजदंड: शाही सत्ता का प्रतीक।
    4. अपनी पूँछ, मुँह मे लिए साँप: सनातनता का प्रतीक। अंगूठी का कोई ओर छोर नहीं होता।
    5. लाल फ्राइजियन टोपी: दासों द्वारा स्वतंत्र होने के बाद पहनी जाने वाली टोपी।
    Question 20
    CBSEHHISSH9009668

    जैकोबिन पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखें ।

    Solution
    1. जैकोबिन, इसका नाम पेरिस के भूतपूर्व कॉन्वेंट ऑफ सेंट' जैकब के नाम पर पड़ा।
    2. जैकोबिन क्लब केसदस्य मुख्यत: समाज के कम समृद्ध हिरसे से आते थे।
    3. इनमें छोटे दुकानदार और कारीगर: जैसे जूता बनाने वाले, पेस्ट्री बनाने वाले, घड़ी साज, छपाई करने वाले और नौकर व दिहाड़ी मजदूर शामिल थे।
    4. उनका नेता मैक्समिलियन रोबेस्प्येर था।
    5. जैकोबिन को एक बड़े वर्ग ने तोदी कामगारों की तरह धारीदार लंबी पतलून पहनने का निर्णय किया।
    6. ऐसा उन्होनें समाज के फैशन परस्त वर्ग, खासतौर से घुटने तक पहने जाने वाले ब्रीचेस (बुटला) पहनने वाले कुलीनों से खुद को अलग करने के लिए किया गया।
    7. कुलीन की सत्ता समाप्ति के एलान का एक तरीका था।
    Question 21
    CBSEHHISSH9009669

    राजनीतिक क्लब की गतिविधियों और मांगो में महिलाओं के योगदान का उल्लेख करें।

    Solution

    महिलाऐं शुरू से ही फ्रांसीसी समाज में अहम परिवर्तन लाने वाली गतिविधियों मे सक्रिय रूप से शामिल थीं।

    1. उन्हें उम्मीद थी कि उनकी भागीदारी क्रांतिकारी सरकार को उनका जीवन सुधारने हेतु ठोस कदम उठाने के लिए प्रेरित करेगी।
    2. तीसरे एस्टेट की अधिकांश महिलाएँ जीविका निर्वाह के लिए काम करती थीं। वे सिलाई, बुनाई, कपड़ों की धुलाई करती थी, बाज़ारों मे फल-फूल, सब्जियाँ बेचती थी अथवा घरों में घरेलू काम करती थीं।
    3. अधिकांश महिलाओं के पास पढ़ाई लिखाई तथा व्यवसायिक प्रशिक्षण के मौके नहीं थे। उनकी मजदूरी पुरूषों की तुलना में कम थी।
    4. महिलाओं ने अपने हितों की रक्षा के लिए खुद के राजनीतिक क्लब शुरू किए और अखबार निकाले। 'द सोसाइटी ऑफ रेवलूशनरी एड रिपब्लिकन विमेन' मशहुर क्लब था।
    5. उनकी प्रमुख मांग यह थी कि महिलाओं को पुरूषों के समान राजनीतिक अधिकार प्राप्त होने चाहिए।
    6. महिलाऐं इस बात से निराश हुई कि 1791 के सविधान में उन्हें निष्क्रिय नागरिक का दर्जा दिया गया था।

    Question 22
    CBSEHHISSH9009670

    फ्रांस में जैकोबिन सरकार के पतन के कारणों की व्याख्या करें।

    Solution

    जैकोबिन सरकार के पतन के निम्नाकित कारण थे:

    1. जैकोबिन सरकार फ्रांस में कठोर दंड पर आधारित थी। सन् 1793 - 1794 तक के काल आतंक का युग कहा जाता है। रोबेस्प्येर ने नियंत्रण एवं दंड की सख्त नीति अपनाई।
    2. उसके हिसाब से गणतंत्र के जो भी शत्रु थे: कुलीन एवं पादरी, अन्य राजनीतिक दलों के सदस्य, उसकी कार्यशैली असहमति रखने वाला पार्टी सदस्य -उन सभी को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया गया, तथा मुकदमा चलाया गया और गिलोटिन कर दिया गया।
    3. रोबेस्प्येर की सरकार चर्चो को बंद कर दिया और उनके भवनो को बैरक या दफ्तर बना दिया। पादरी वर्ग जैकोबिन शासन के विरूद्ध हो गए।
    4. रोबेस्प्येर ने अपनी नीति को इतनी सख्ती से लागू किया जिससे उसके समर्थक भी उसके विरूद्ध हो गए। और उन्होंने एक मध्यम मार्ग और सुधार की मांग की । अंतत: जुलाई 1794 मे न्यायालय द्वारा उसे दोषी ठहराया गया और गिरफतार कर गिलोटिन पर चढ़ा दिया गया।

    Question 23
    CBSEHHISSH9009671

    4 अगस्त 1789 को तृतीय एस्टेट के द्वारा गठित नैशनल असेंबली की मुख्य निर्णय क्या थी?

    Solution
    1. लूई 16 अंतत: नैशनल असेंबली को मान्यता दिया तथा अपनी शक्तियों की कटौती को स्वीकार किया।
    2. 4 अगस्त 1789 को पारित असेंबली द्वारा करों / टैक्स कर्त्तवयों और बंधनो वाली सामन्ती व्यवस्था के उन्मुलन का आदेश पारित किया।
    3. पादरी वर्ग के लोगों को भी अपने विशेषाधिकार को छोड़ देने केलिए विवश किया गया।
    4. धार्मिक कर समाप्त कर दिया गया और चर्च के स्वामित्व वाली भूमि जब्त कर ली गई। इस प्रकार कम से कम 20 अरब लिव्रे की सम्पति सरकार के हाथ में आ गई।
    Question 24
    CBSEHHISSH9009672

    फ्रांस में पुरुष और नागरिक अधिकारों की घोषणा के महत्च का वर्णन करें।

    Solution

    पुरुष और नागरिक अधिकारों की घोषणा फ्रांस के इतिहास में महत्वपूर्ण निर्णय था ।

    1. संविधान ' पुरुष एव नागरिक अधिकार'' घोषणा पत्र के साथ शुरू हुआ था। जीवन का अधिकार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार और कानूनी बराबरी के अधिकार को नैसर्गिक एवं अहरणीय अधिकार के रुप में स्थापित किया गया । अर्थात् ये अधिकार प्रत्येक व्यक्ति को जन्मना प्राप्त थे और इरने कोई छीन नहीं सकता।
    2. राज्य का यह कर्त्तव्य माना गया कि वह प्रत्येक नागरिक के नैसर्गिक अधिकारों की रक्षा करे। पुरुष और नागरिक घोषणा पत्र ने अन्य स्थानों पर क्रांतिकारी आन्दोलन को जन्म दिया।

    Mock Test Series

    Sponsor Area

    Sponsor Area

    NCERT Book Store

    NCERT Sample Papers

    Entrance Exams Preparation