आतंक राज का वर्णन करे और रोबस्प्येर की मुख्य भूमिका का वर्णन करें ।
सन् 1793 से 1794 तक के काल को आंतक का युग कहा जाता है।
- रोबस्प्येर जैकोबिन का नेता, इन्होंने नियंत्रण और दंड की सख्त नीति अपनाई ।
- उसके हिसाब से गणतंत्र के जो भी शत्रु थे कुलीन और पादरी, अन्य राजनीति दलों के सदस्य उन सभी को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया गया । न्यायालय यदि उन्हे दोषी पाता तो गिलोटिन पर चढ़ाकर उनका सिर कलम कर दिया जाता था।
- रोबस्प्येर सरकार ने कानून बनाकर मजदूरी एवं कीमतों की अधिकतम सीमा तय कर दी।
- गोश्त एवं पावरोटी की राशनिगं की गई।
- महंगे सफेद आटे के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई।
- रोबस्प्येर ने अपनी नीतियों को इतनी सख्ती से लागू किया कि उसके समर्थक भी त्राहि-त्राहि करने लगे। अत: जुलाई 1794 मे न्यायालाय द्वारा उसे दोषी ठहराकर गिरफ्तार कर लिया गया और अगले दिन ही उसे गिलोटिन पर चढ़ा दिया गया।



