'नैसर्गिक एवं अहरणीय'' अधिकार क्या था?
- संविधान '' पुरूष एवं नागरिक अधिकार घोषणापत्र'' के साथ शुरू हुआ था।
- जीवन के अधिकार, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार और कानूनी बराबरी के अधिकार को नैसर्गिक एवं अहरणीय अधिकार के रूप में स्थापित किया गया अर्थात् ये अधिकार प्रत्येक व्यक्ति को जन्मना प्राप्त थे और इन अधिकारों को छीना नही जा सकता।
- राज्य का यह कर्त्तव्य माना गया कि वह प्रत्येक नागरिक के नैसर्गिक अधिकारों की रक्षा करे।



