निम्नलिखित प्रतीको में अधिकारों की घोषणा क्या दर्शाते थे?
(1) टूटी हुई जंजीर (2) छड़ों का बर्छीदार गट्ठर (3) राजदंड (4) अपनी पूँछ, मुँह मे लिए साँप
(5) लाल फ्राइजियन टोपी (6) विधि पट्ट
- टूटी हुई जंजीर: दासों को बाँधने के लिए जंजीरों का प्रयोग होता था। टूटी हुई हथकड़ी उनकी आज़ादी का प्रतीक है।
- छड़ों का बर्छीदार गट्ठर: अकेली छड़ी को आसानी से तोड़ा जा सकता है पर पूरे गट्ठर को नही । एकता में ही बल है।
- राजदंड: शाही सत्ता का प्रतीक।
- अपनी पूँछ, मुँह मे लिए साँप: सनातनता का प्रतीक। अंगूठी का कोई ओर छोर नहीं होता।
- लाल फ्राइजियन टोपी: दासों द्वारा स्वतंत्र होने के बाद पहनी जाने वाली टोपी।



