जामुन का पेड़

Question

यदि आप माली की जगह पर होते, तो हुकूमत के फैसले का इंतजार करते या नहीं? अगर हां, तो क्यों? और नहीं, तो क्यों?

Answer

यदि हम माली की जगह होते तो हम हुकूमत के फैसले का इंतजार नहीं करते। हम पेड़ को काटने वेन स्थान पर अन्य लोगों की सहायता से दबे व्यक्ति वेन ऊपर से पेड़ को खिसका कर हटा देते और उस व्यक्ति को सुरक्षित बाहर निकल लेते। रजब पेड़ कटता ही नहीं तब हम पर कोई अनुशासनहीनता की कार्यवाही भी नहीं होती। आदमी को बचाना कोई अपराध नहीं है।

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Some More Questions From जामुन का पेड़ Chapter

निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
थोड़ी देर में सेक्रेटेरिएट में यह अफवाह फैल गई कि दबा हुआ आदमी शायर है। बस, फिर क्या था। लोगों का झुंड का झुंड शायर को देखने के लिए उमड़ पड़ा। इसकी चर्चा शहर में भी फैल गई और शाम तक गली-गली से शायर जमा होने शुरू हो गए। सेक्रेटेरियट का लॉन भांति भांति के कवियों से भर गया और दबे हुए आदमी के चारों ओर कवि-सम्मेलन का -सा वातावरण उत्पन्न हो गया। सेक्रेटेरियट -के कई क्लर्क और अंडर-सेक्रेटरी तक जिन्हें साहित्य और कविता से लगाव था, रुक गए। कुछ शायर दबे हुए आदमी को अपनी कविताएँ और दोहे सुनाने लगे। कई क्लर्क उसको अपनी कविता पर आलोचना करने को मजबूर करने लगे।

1. कहाँ क्या अफवाह फैल गई?
2. वहाँ कैसा वातावरण उपस्थित हो गया और क्यों?
3. सरकारी कर्मचारियों ने क्या काम करना शुरू कर दिया?







निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
दूसरे दिन जब फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के आदमी आरी-कुल्हाड़ी लेकर पहुँचे तो उनको पेड़ काटने से रोक दिया गया। मालूम हुआ कि विदेश-विभाग से हुक्म आया था कि इस पेड़े को न काटा जाए। कारण यह था कि इस पेड़ को दस साल पहले पीटोनिया राज्य के प्रधानमंत्री ने सेक्रेटेरिएट के लॉन में लगाया था। अब अगर यह पेड़ काटा गया, तो इस बात का काफी अंदेशा था कि पीटोनिया सरकार से हमारे संबंध सदा के लिए बिगड़ जाएंगे।
1. कौन, कह, क्यों पहुंचे?
2. उन्हें काम करने से किसने रोक दिया?
3. काम रोकने के पीछे क्या तर्क दिया गया?

बेचारा जामुन का पेड़। कितना फलदार था। और इसकी जामुनें कितनी रसीली होती थीं।

(क) ये संवाद कहानी के किस प्रसगं में आए हैं?

(ख) इससे लोगों की किस मानसिकता का पता चलता है?

दबा हुआ आदमी एक कवि है, यह बात कैसे पता चली और इस जानकारी का फाइल की यात्रा पर क्या असर पड़ा?

कृषि विभाग वालों ने मामले को हॉर्टीकल्चर विभाग को सौंपने के पीछे क्या तर्क दिया?

इस पाठ में सरकार के किन-किन विभागों की चर्चा की गई है और पाठ से उनके कार्य के बारे में क्या अंदाजा मिलता है?

कहानी में दो प्रसंग ऐसे हैं, जहां लोग पेड़ के नीचे दबे आदमी को निकालने के लिए कटिबद्ध होते हैं। ऐसा कब-कब होता है और लोगों का यह संकल्प दोनों बार किस-किस वजह से भंग होता है।

यह कहना कहाँ तक युक्तिसंगत है कि इस कहानी में हास्य वेन सा साथ-साथ करूणा की भी अंतर्धारा है। अपने उत्तर के पक्ष में तर्क दें।

यदि आप माली की जगह पर होते, तो हुकूमत के फैसले का इंतजार करते या नहीं? अगर हां, तो क्यों? और नहीं, तो क्यों?

कहानी के वैकल्पिक शीर्षक सुझाएं। निम्नलिखित बिंदुओं को ध्यान में रखकर शीर्षक गढ़े जा सकते है-

कहानी मे बार-बार फाइल का जिकर आया है और अंत में दबे हुए आदमी वेन जीवन की फाइल पूर्ण होने की बात कही गई है।

सरकारी दफ्तर की लंबी और विवेकहीन कार्यप्रणाली की ओर बार-बार इशारा किया गया है।

कहानी का मुख्य पात्र उस विवेकहीनता का शिकार हो जाता है।