यदि आप माली की जगह पर होते, तो हुकूमत के फैसले का इंतजार करते या नहीं? अगर हां, तो क्यों? और नहीं, तो क्यों?
यदि हम माली की जगह होते तो हम हुकूमत के फैसले का इंतजार नहीं करते। हम पेड़ को काटने वेन स्थान पर अन्य लोगों की सहायता से दबे व्यक्ति वेन ऊपर से पेड़ को खिसका कर हटा देते और उस व्यक्ति को सुरक्षित बाहर निकल लेते। रजब पेड़ कटता ही नहीं तब हम पर कोई अनुशासनहीनता की कार्यवाही भी नहीं होती। आदमी को बचाना कोई अपराध नहीं है।