यह कहना कहाँ तक युक्तिसंगत है कि इस कहानी में हास्य वेन सा साथ-साथ करूणा की भी अंतर्धारा है। अपने उत्तर के पक्ष में तर्क दें।
यह कहना बिल्कुल युक्तिसंगत है कि इस कहानी में हास्य वेन साथ -साथ करूणा की भी अंतर्धारा है।
सरकारी कर्मचारियों की कार्यप्रणाली और बेहूदे तर्कों पर बार-बार हँसी आती है।
इसके साथ-साथ पेड़ वेन नीचे दबे व्यक्ति की दशा और पीडा को देखकर करूणा भाव जाग्रत होता है। एक माली ही इसकी करुणा का सहभागी है। वही उसके दर्द को पहचानता है। अन्य लोग तो संवेदनशून्य हैं। करूणा तब चरमसीमा पर पहुँच जाती है जब दबा व्यक्ति (कवि) सरकारी आदेश आने से पहले ही दम तोड़ देता है। उसके मुँह में चींटियों की पंक्ति का जाना करुणोत्पादक दृश्य उपस्थित कर देता है।