शारीरिक शिक्षा Chapter 10 माँसपेशीय गति विज्ञान, जीव यान्त्रिकी एवं खेल कूद
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    NCERT Solution For Class 12 ������������������ शारीरिक शिक्षा

    माँसपेशीय गति विज्ञान, जीव यान्त्रिकी एवं खेल कूद Here is the CBSE ������������������ Chapter 10 for Class 12 students. Summary and detailed explanation of the lesson, including the definitions of difficult words. All of the exercises and questions and answers from the lesson's back end have been completed. NCERT Solutions for Class 12 ������������������ माँसपेशीय गति विज्ञान, जीव यान्त्रिकी एवं खेल कूद Chapter 10 NCERT Solutions for Class 12 ������������������ माँसपेशीय गति विज्ञान, जीव यान्त्रिकी एवं खेल कूद Chapter 10 The following is a summary in Hindi and English for the academic year 2021-2022. You can save these solutions to your computer or use the Class 12 ������������������.

    Question 1
    CBSEHHIPEH12037057

    प्रक्षेप्य-पथ का क्या अर्थ है?

    Solution

    किसी प्रक्षेपी वस्तु द्वारा अपनाया गया मार्ग 'प्रक्षेपी पथ ' कहलाता है।

    Question 2
    CBSEHHIPEH12037058

    खेलकूद में जीव-यांत्रिकी से आप क्या समझते हैं?

    Solution

    खेलकूद में मनुष्यों की गति का वैज्ञानिक अध्ययन जीव-यांत्रिकी कहलाता है।

    Question 3
    CBSEHHIPEH12037059

    माँसपेशिय गति विज्ञान किसे कहते है?

    Solution

    माँसपेशिय गति किशान, किशान की शाखा है जिस में मानव शरीर के रचना विज्ञान , शारीरिक कार्य विज्ञान तथा गति विज्ञान का अध्ययन है।

    Question 4
    CBSEHHIPEH12037060

    अक्ष से आप क्या समझते हो?

    Solution

    अक्ष एक काल्पनिक रेखा या बिन्दु जिस पर क्रिया की गति विधि सम्पन्न होती है।

    Question 5
    CBSEHHIPEH12037061

    गुरुत्वाकर्षण क्या है?

    Solution

    वह बल जिसके द्वारा पृथ्वी किसी भी वस्तु को अपने केन्द्र की ओर आकर्षित करती है, गुरुत्वाकर्षण बल कहलाता है।

    Question 6
    CBSEHHIPEH12037062

    वायु प्रतिरोध से आप क्या समझते हैं?

    Solution

    किसी दिशा में प्रक्षेपित गतिमान वस्तु की गति को कम करने के लिए गतिमान दिशा के विपरीत लगा हवा का बल वायुप्रतिरोध कहलाता है।

    Question 7
    CBSEHHIPEH12037063

    गति किसे कहते हैं?

    Solution

    ''कम-से-कम समय में तय की गई दूरी, गति कहलाती हैं। ''
    गति = दूरी/समय  [Speed = Distance/Time]

    Question 8
    CBSEHHIPEH12037064

    खेलो में सतह क्या है?

    Solution

    दो काल्पनिक लम्बाई व चौड़ाई में सतह पर होने वाले बदलाव जिसमें शरीर के पैरो व हाथों में गति में आते है।

    Question 9
    CBSEHHIPEH12037065

    जड़ता का नियम क्या है?

    Solution

    प्रथम नियम: जड़ता का नियम,
    इस नियम के अनुसार. ''एक स्थिर वस्तु तब तक स्थिर अवस्था में रहेगी व एक गतिशील वस्तु तब तक गतिशील अवस्था में रहेगी जब तक उस पर बाहरी शक्ति (बल) नहीं लगाई जाती। ''

    Question 10
    CBSEHHIPEH12037066

    ऐरोडायनॉमिक से आप क्या समझते हो?

    Solution

    वायुगतिकी (Aerodynamic): एक प्रक्षेप्य के चारों ओर हवा के खेल प्रवाह में वस्तु की गति और दिशा को प्रभावित करने वाले कारकों (बलो) के अध्ययन को एरोडायनॉमिक कहते है।

    Question 11
    CBSEHHIPEH12037067

    भार (Weight) क्या है?

    Solution

    भार एक बल है, जो वस्तु में गुरुत्वार्कषण बल के कारण होता है तथा पृथ्वी वस्तु भार के कारण को अपनी ओर आर्कषित करती है।

    Question 12
    CBSEHHIPEH12037068

    लिफ्ट (Lift) क्या है?

    Solution

    लिफ्ट एक बल है जो वस्तु को भार के कारण, ऊपर की तरफ धकेलती है।

    Question 13
    CBSEHHIPEH12037069

    गतिविधि (Movement) से क्या तात्पर्य है?

    Solution

    किसी भी प्रकार की क्रिया जिसके कारण वस्तु की स्थिति, स्थान या आसन में परिवर्तन होता है, गतिविधि कहलाती है।

    Question 14
    CBSEHHIPEH12037070

    कोणीय गतिविधि क्या है?

    Solution

    जब शरीर या कोई वस्तु एक ही बिन्दु के चारों ओर वृत्ताकार मार्ग में एक ही समय और उसी कोण पर शरीर के सभी अंग गति करते हैं। यह अक्ष शरीर से होकर गुजर भी सकता है या नहीं भी कोणीय गतिविधि कहलाता है। कोणिय गति को डिग्री में मापते हैं।

    कोणिय गति दो प्रकार की होती है:

    दृश्य कोणीयगति विधि (Visible Angular Movement):
    एक गति जिस शरीर व वस्तु का अक्ष दिखाई देता हो।
    अदृश्य कोणीय गति: ऐसी कोणीय गति, जिसे शरीर व वस्तु का अक्ष, पृथ्वी का अक्ष (केन्द्र) ही शरीर व वस्तु का अक्ष होता है। जैसे- प्रक्षेप्य।

    Question 15
    CBSEHHIPEH12037071

    सरकमडक्शंन (Circumduction) को परिभाषित करों?

    Solution

    सिर की हड्डी तथा आर्टिक्यलर कवीटी (Articular Cavity) के बीच होने आर्टिक्यलर वाली गतिविधि  सरकमडक्शंन गतिविधि कहलाती है।

    Question 16
    CBSEHHIPEH12037072

    घर्षण (Friction) क्या है?

    Solution

    वह बल जो किसी एक वस्तु के ऊपर उसके साथ संपर्क में रखी हुई दूसरी वस्तु की गति का सदैव विरोध करता है, घर्षण कहलाता है। घर्षण वस्तु की गति की दिशा के सदैव विपरीत होता है। दो खुरदशी सतहो पर घर्षण के समय ऊर्जा की अधिक आवश्यकता होती हैं तथा मुलायम सतहो पर ऊर्जा की कम आवश्यकता होती है।

    Question 17
    CBSEHHIPEH12037073

    घर्षण के प्रकार लिखों?

    Solution

    घर्षण कई प्रकार के होते है:

    1. स्थिर घर्षण (Static Friction): स्थिर घर्षण तब होता है जब दो वस्तुएँ स्थिर होती है। इस घर्षण को तब रोका जा सकता है जब वस्तु मार्ग पर गति करने लगती है।
    2. गतिशील घर्षण (Dynamic Friction): गतिशील घर्षण तब होता है जब एक वस्तु दूसरी वस्तु की सतह पर वास्तविक रूप में बढ़ना प्रारंभ कर देती है।
      1. स्लाइडिंग घर्षण (Sliding Friction): स्लाइडिंग घर्षण तब लागू होता है जब एक वस्तु वास्तव में दूसरी वस्तु की सतह पर सरकने लगती है तब इसे स्लाइडिंग घर्षण कहा जाता है। इस प्रकार के घर्षण को सूखा घर्षण (Dry Friction) भी कहा जाता है।
      2. रोलिंग घर्षण (Rolling Friction): जब कोई वस्तु किसी अन्य वस्तु की सतह से ऊपर लुढ़कती है तो इस घर्षण को रोलिंग घर्षण कहा जाता है।

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    Question 18
    CBSEHHIPEH12037074

    दौड़ने के दौरान किन माँसपेशीय की आवश्यकता पड़ती है?

    Solution

    सोलेस (Soless), हैमस्ट्रिंग (Hamstring), कुआडिसैप्स (Quadriceps), गलुटिन मेक्सीम्स (Guletiean Maximum) पिडली की माँसपेशियाँ (Calf Muscles), बाइसेप्स (Biceps), ऊपरी और निचला अब्डामनल (upper & lower abdominal)।

    Question 19
    CBSEHHIPEH12037075

    जीव यान्त्रिकी से आप क्या समझते हो? खेलों में जीव यान्त्रिकी का महत्त्व लिखों?

    Solution

    जीव यान्त्रिकी बायामैकेनिक्स (Biomechanion) विज्ञान का ऐसा क्षेत्र है जहाँ शक्ति का प्रयोग कर शारीरिक क्रियाएँ की जाती हैं। शारीरिक क्रियाओं के अध्ययन को बायोमेकेनिक्स कहा जाता है।

    विकीपिडिया के अनुसार: जब यांत्रिकी मनुष्य की जैविक प्रणाली के कार्यो एवं संरचना का अध्ययन करता है।

    खेलों में जीव-यान्त्रिकी का महत्व:

    1. खेल प्रदर्शन में सुधार
    2. खिलाड़ियों के कौशल में सुधार
    3. खेल उपकरणों का विकास
    4. खेल तकनीक में सुधार
    5. खेल में चोटों से बचाव
    6. शरीर को समझने में सहायता
    7. सुरक्षा तकनीक का ज्ञान
    8. नई खिलाड़ियों की खोज करने में सहायता
    9. खिलाड़ियों में आत्मविश्वास पैदा करना
    10. शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में सहायक
    11. खेलों की लोकप्रियता बढ़ाने में सहायक

    Question 20
    CBSEHHIPEH12037076

    गति के तीन नियमों की उदाहरण सहित व्याख्या कीजिए। खेलों में इनका क्या महत्व हैं?

    Solution

    गति का पहला नियम : जड़त्व का नियम (Law of Inertia)

    गति के प्रथम नियम के अनुसार: एक स्थिर वस्तु तब तक स्थिर अवस्था में व एक गतिशील वस्तु तब तक गतिशील अवस्था में, उसी गति तथा दिशा में रहेगी जब तक उस पर बाहरी शक्ति नहीं लगाई जाती।

    वस्तु की अवस्था में बदलाव करने के लिए बाहरी शक्ति का प्रयोग होता है।

    उदाहरण: एक गतिशील फुटबाल पहले धीरे होती है और थोड़ी देर में रुक जाती है।
    बॉल इसलिए रुकती है क्योंकि बॉल और मैदान के बीच ' घर्षण बल ' कार्य करता है। जो बॉल की गति की स्थिर बना देता है।

    कुश्ती में विरोधी को उपर उठाना, हैमर थ्रो करना, दौड़ प्रारम्भ करना:
    गति का दूसरा नियम: त्वरण का नियम (Law of Acceleration)
    दूसरे नियम के अनुसार:
    ''किसी वस्तु के त्वरण में परिवर्तन, इसके द्वारा उत्पन्न शक्ति के प्रत्यक्ष रूप में समानुपातिक तथा इसकी संहति से विपरीत क्रम में समानुपातिक होती है।''

    उदाहरण:
    एक क्रिकेट खिलाड़ी ऊँची कैच पकड़कर उसी गति से अपने हाथों को नीचे की तरफ लाता है ताकि बॉल को रोक सके। एक बेस बॉल खिलाड़ी बॉल को अधिक दूर फेंकने के लिए अधिक बल से बॉल को मारता है।

    गति का तृतीय नियम: प्रतिक्रिया का नियम (Law of Reaction)

    तृतीय नियम के अनुसार: ''यह गति का तीसरा नियम है, इसके अनुसार प्रत्येक क्रिया की हमेशा बराबर तथा विपरीत प्रतिक्रिया होती है। ''

    उदाहरण: एक तैराक आगे बढ़ने के लिए पानी को पीछे फैंकता है, यह एक क्रिया है। पानी तैराक को उसी शक्ति से आगे धकेलता है। यह एक प्रतिक्रिया है जब व्यक्ति पैदल चलता है तो वह अपने पैरों से जमीन पर पीछे की ओर दबाव डालता है, जमीन उसी शक्ति से पैर को आगे धकेलती है। इस तरह यह सिलसिला चलता रहता है।

    शूटिंग: शूटिंग में जब पिस्टल से फायर किया जाता है तो गोली आगे की दिशा में चलती है, उसी समय पिस्टल हाथ को पीछे की ओर धक्का मारती है।

    Question 21
    CBSEHHIPEH12037077

    घर्षण क्या है खेलों में विभिन्न प्रकार केघर्षण की व्याख्या कीजिए?

    Solution

    ''दो सतहों के बीच संपर्क से उत्पन्न गति में प्रतिरोध, घर्षण कहलाता है। '' घर्षण (Friction) दो प्रकार के होते है:

    1. स्थिर घर्षण (Static Friction): जब एक वस्तु दूसरी वस्तु की सतह पर बढ़ना शुरू करती है लेकिन वास्तविक गति अभी प्रांरभ न हुई हो, इसे स्थिर घर्षण कहा जाता है। उदाहरण- दौड़ने की प्रांरभिक स्थिति।
    2. गतिशील घर्षण (Dynamic Friction): जब एक वस्तु दूसरी वस्तु की सतह पर वास्तविक रूप में चलना शुरूकर देती हैं तो उसे गतिशील घर्षण कहते हैं। उदाहरण- गेंद लुढ़ककर रूक जाने तक जो घर्षण बल लगा वह गतिशील घर्षण बल है।

    गतिशील घर्षण भी दो प्रकार का है:

    1. स्लाइडिंग घर्षण (Sliding Friction):  जब एक वस्तु वास्तव में दूसरी वस्तु की सतह पर सरकने लगती है तो उसे स्लाइडिंग घर्षण कहा जाता है।
      उदाहरण: डिब्बे को गाड़ी पर चढ़ाना।
    2. रोलिंग घर्षण (Rolling Friction): जब एक वस्तु दूसरी वस्तु की सतह पर लुढ़कने लगती हैं तो उसे रोलिंग घर्षण कहते हैं। 
      उदाहरण: हिट करने पर मैदान पर लुढ़कती बॉल का रोलिंग घर्षण के कारण रुक जाना।

     

    Question 22
    CBSEHHIPEH12037078

    खेलों के क्षेत्र में घर्षण के लाभ तथा हानियों की उदाहरणों सहित व्याख्या कीजिए?

    Solution
    1. घर्षण के लाभ: वस्तु की स्थिति बनाए रखना-घर्षण के कारण की स्थिति व आकार हमेशा एक से बनाए रखता है।
    2. गति में सहायता करना: घर्षण खेलों में चलने व दौड़ने के लिए घर्षण का होना अत्यधिक आवश्यक है। घर्षण को बढ़ाने के लिए खिलाड़ी स्पाइक्स का उपयोग करता है।
    3. पकड़ को बनाए रखना: घर्षण से हाथ, उंगलियाँ व हथेली वस्तु को आराम से पकड़ सकती है तथा लम्बे समय तक पकड़ को बनाए रखती है जैसे- बैडमिन्टन में रैकेट की पकड़ (ग्रिप)।
    4. घर्षण की हानियाँ: वस्तु में टूट-फूट होना- घर्षण से हमेशा वस्तु में टूट व फूट होती रहती है। साइक्लिंग के दौरान यदि टायरों में हवा का दबाव उचित न हो तो टायर तथा भूमि के बीच घर्षण बढ़ जाता है। जिससे पर्याप्त बल लगाने के बावजूद भी अपेक्षित गति प्राप्त नहीं होती। इससे अतिरिक्त खिलाड़ी को गति प्राप्त करने के लिए ऊर्जा का व्यय करना पड़ता है।

      गति की दर कम करना: रोलिंग, स्केटिंग या बर्फ स्केटिंग, घर्षण के कारण, गति कम होती है, इसलिए खिलाड़ी के जूते व स्केटिंग की सतह को चिकना बनाया जाता है।

    Question 23
    CBSEHHIPEH12037079

    माँसपेशीय गति विज्ञान क्या है? इस के खेल कूद के क्षेत्र में महत्व का वर्णन करों?

    Solution

    माँसपेशीय गति विज्ञान (Kinesiology) विज्ञान की शाखा है जिसमें हम मानव माँसपेशिय में शरीर क्रियाओं के समय होने वाली हरकतों का अध्ययन करते है।

    खेलकूद के क्षेत्र में माँसपेशीय गति विज्ञान का महत्व:

    1. खेलों में प्रर्दशन को बढ़ाना।
    2. खिलाड़ियों का चयन करना।
    3. खिलाड़ियों को गतिविधि तथा गतिविधि संबन्धित सुरक्षात्मक तथा खेल उपकरण के चयन में सहायता करना।
    4. खिलाड़ियों में व्यायाम तथा प्रशिक्षण के प्रति सकारात्मक मनोविज्ञान विकसित करना।
    5. खिलाड़ियों में माँसपेशियों की गति प्रणाली का प्रयोग लाना।
    6. भौतिकी चिकित्सक (Physiotherapist) को माँसपेशीय का उपचार में सहायता करना।
    7. प्रदर्शन का अवलोकन करना।

    Question 24
    CBSEHHIPEH12037080

    वायुगतिकी, (Aerodynamics) के सिद्धान्तों का वर्णन करो?

    Solution

    वायुगतिकी एक प्रक्षेपित वस्तु के चारों ओर हवा के खेल प्रवाह में वस्तु की ओर दिशा को प्रभावित कर सकता है।

    वायुगतिकी के सिद्धान्त:

    1. भार (Weight): बल, पृथ्वी द्वारा वस्तु पर लगाया जाता है जो वस्तु को अपनी ओर खींचता है।
    2. लिफ्ट (Life):  वायु का दबाव, जो वस्तु के ऊपर वायु के द्वारा लगाया जाता है।
    3. बल (Thrust): बल या शक्ति जो वस्तु को आगे की तरफ सवेग करने में सहायता करता है।
    4. ड्रैग (Drag): वस्तु की सतह के कारण उत्पन्न अवरोध जो वस्तु की गति को कम कर देते है।

    Question 25
    CBSEHHIPEH12037081

    फ़्लेक्शन व एक्सटेंशन में अन्तर स्पष्ट करों?

    Solution

     

    फ़्लेक्शन (Flexion) एक्सटेंशन (Extension)
    फ़्लेक्शनएक कोणीए गति विधि है जिसे में गति विधि के दौरान जोड़ों के कोण को मोड़ने के कारण दो हड्डियों के बीच की दूरी कम होती है।
    Ex: पैरों को घुटनों से मोड़ना।
    एक्सटेंशन एक कोणीए गतिविधि है जिसमें गतिविधि के दौरान जोड़ों के कोण में खींचाव के कारण हड्डियों के बीच दूरी बढ़ती है।
    Ex: पैरो को घुटनों से सीधा करना।
    वजन उठाने के दौरान दो हड्डियो का पास आना। वजन नीचे रखने के दौरान हड्डियों का दूर जाना।
    Question 26
    CBSEHHIPEH12037082

    एबडक्शन (Abduction) व एडडक्शन (Adduction) में अन्तर स्पष्ट करो?

    Solution

     

    एबडक्शन (Abduction) एडडक्शन (Adduction)
    एबडक्शन एक कोणीए गतिविधि है जिसमें जोड़ शरीर की मध्य रेखा से दूर होते जाते है। एडडक्शन एक कोणीए गतिविधि है जिसमें जोड़ शरीर की मध्य रेखा के पास आते है। 
    उदाहरण: हाथ को ऊपर उठाना। उदाहरण: हाथ को नीचे लाना।
    Question 27
    CBSEHHIPEH12037083

    दौड़ने में किन माँसपेशियों की आवश्यकता पड़ती है?

    Solution

    दौड़ना (Running): दौड़ के दौरान निम्न माँसपेशियाँ मुख्य रूप से कार्यरत रहती है:

    1. सोलेस (Soless)
    2. हैमस्ट्रिंग (Hamstring)
    3. चतुशिरस्क (Quadriceps)
    4. गलुटिन मेक्सीम्स (Guletiean Maximus)
    5. पिंडली की माँसपेशियाँ (Calf Muscles)
    6. बाइसेप्स (Biceps)
    7. ऊपरी और निचला अब्डो-मीनल मांसपेशियाँ (Upper and Lower Abdominal Muscles)

    Question 28
    CBSEHHIPEH12037084

    कूदना व फेकने में उपयोग होने वाली माँसपेशियों के नाम लिखों?

    Solution

    कूदना (Jumping): कूदने के दौरान निम्न माँसपेशियाँ मुख्य रूप से कार्यरत रहती है:

    1. हैमस्ट्रिंग (Hamstring)
    2. गलूटिन मैक्सीम्स (Guletiean Maximus)
    3. ऊपरी और निचला अब्डोमिनल मांसपेशियाँ (Upper and Lower Abdominal Muscles)
    4. ट्राइसेप्स (Triceps)
    5. पिंडली की माँसपेशियाँ (Calf- Muscles)

    फेंकना (Throwing): फेंकने के दौरान निम्न माँसपेशियाँ मुख्य रूप से कार्यरत रहती है:

    1. डेल्टॉइड (Deltoid)
    2. पेक्टोरोलिस (Pectoralis)
    3. मेजर (Major)
    4. गेस्ट्रोनिमस (Gestrocenemius)
    5. लैटिसिमस डोरसी (Lattissimus Dorsi)
    6. बाइसेप्स डोरसी (Biceps Dorsi)
    7. ट्राइसेप्स (Triceps)
    8. एक्सटनसोरस (Extensors)

    Question 29
    CBSEHHIPEH12037085

    घर्षण के लाभ तथा हानि में अन्तर स्पष्ट करों?

    Solution

     

    घर्षण के लाभ घर्षण के हानि
    1. वस्तु की स्थिति को बनाए रखना: घर्षण किसी भी वस्तु की स्थिति तथा उसके आकार को स्थिर रखती है। 1. वस्तु में टूट तथा फूट होना-घर्षण के कारण वस्तु में हमेशा टूट तथा फूट होती रहती है, इसे बचाने के लिए हमें वस्तुओं, तेल या चिकनाई आदि का प्रयोग करना चाहिए।
    2. गति में सहायता करना: घर्षण के कारण हम आराम से चल व दौड़ पाते है। धावक गति में तेजी लाने के लिए घर्षण को बढ़ाता है जैसे- स्पाइक्स (Spikes) का प्रयोग धावक द्वारा करना। 2. ऊर्जा का नुकसान: घर्षण हमारे कामो में बहुत सारी ऊर्जा को खत्म कर देता है।
    3. पकड़ को मजबूत बनाना: घर्षण के कारण खिलाड़ी अपने हाथों से वस्तु को बहुत अच्छी तरह से पकड़ लेता है। बैडमिन्टन खिलाड़ी राकेट में पकड़ को मजबूत करने के लिए घर्षण को बढ़ाते है। 3. गति को कम करना: रोलर स्केटिंग जैसे खेल में घर्षण क्रिया की गति को कम कर देते है। इसके लिए सतह को चिकना बनाया जाता है। 
    4. ताप को बढ़ाना : घर्षण के कारण अतिरिक्ति ताप गति को बढ़ाने में काम करता हैं। 4. गति को मुश्किल बनाना: कठिन व अधिक घर्षण भी क्रियाओं में गतिविधि को मुश्किल कर देता है।
    Question 30
    CBSEHHIPEH12037086

    न्यूटन के गति के नियमों का खेलकूद के क्षेत्र में योगदान विस्तार से कीजिए?

    Solution

    गति के नियम (Laws of Motion):

    आइजैक न्यूटन द्वारा प्रतिपादित गति के तीन नियमों का वर्णन नीचे दिया गया है:

    1. न्यूटन का गति का प्रथम नियम (Newton's First Law of Motion): न्यूटन के प्रथम नियम को जड़ता का नियम भी कहा जाता है। इसके अनुसार,'' कोई भी वस्तु स्थिर या गतिशील अवस्था में तब तक रहेगी जब तक उस पर कोई बाह्य बल नहीं लगाया जाता।'' हर वस्तु अपनी अवस्था परिवर्तन का प्रतिरोध करती है। इसको जड़ता कहा जाता है। विभिन्न खेलकूद क्रियाओं में Start लेते समय जड़ता के नियम का प्रयोग किया जाता है। जैसे- नाव खेना, रोमन रिंग, स्प्रिंट दौड़, वेट लिफ्टिंग, कुश्ती आदि।
    2. न्यूटन का गति का दूसरा नियम (Newton's Second Law of Motion): न्यूटन के दूसरे नियम को गतिवर्द्धन का नियम भी कहा जाता है। इस नियम के अनुसार, किसी वस्तु की गति में परिवर्तन, लगाए गए बल के समानुपाती होता है और यह लगाए गए बल की सीधी रेखा में होता है तथा अधिक संहति वाली वस्तु की गति में परिवर्तन के लिए अधिक बल की आवश्यकता होती है।
      जब किसी वस्तु पर बल लगाया जाता है तो उसका त्वरण लगाए गए बल के समानुपाती तथा संहति के विलोमानुपाती होता है।
      यदि दो भिन्न-भिन्न संहति (Mass) वाली वस्तुओं पर समान बल लगाया जाता है तो कम संहति वाली वस्तु अधिक तेज गति से चलेगी । इस प्रकार दूसरा नियम बल (Force) संहति (Mass) और त्वरण (Acceleration) के बीच सही संबंध स्थापित करता है। गणितीय समीकरण से इसको निम्नलिखित रूप मे व्यक्त किया जा सकता है:
                             F = ma
      जहाँ                  F = बाह्य बल
                            M =  संहति (भार)
                            a = त्वरण
      यह नियम कई खेलों में लागू होता है। जैसे-हैमर - थ्रो (Hammer Throw) जी हैमर फैंकने वाला अधिक शक्तिशाली होता है। वह 12 पौंड के हैमर को अधिक दूरी तक फेंक देता है, जबकि कम शक्तिशाली हैमर थ्रोअर उतनी दूरी तक नहीं फेंक पाता। एक ही व्यक्ति समान बल लगाकर 16 पौंड के हैमर की बजाय 12 पौंड के हैमर को अधिक दूरी तक फेंक सकता है। हम चलने की अपेक्षा दौड़ने में अधिक बल लगाते हैं, क्योंकि बल, गति के समानुपाती होता है।
    3. न्यूटन का गति का तीसरा नियम (Newton's Third Law Motion): इसे प्रतिक्रिया का नियम भी कहा जाता है। इस नियम के अनुसार, '' प्रत्येक क्रिया की हमेशा बराबर तथा विपरीत परिमाण में प्रतिक्रिया होती है।'' दूसरे शब्दों में यदि एक वस्तु दूसरी वस्तु पर बल लगाए तो दूसरी वस्तु भी पहली वस्तु पर समान व विपरीत बल लगाती है। इसको किया-प्रतिक्रिया का नियम भी कहा जाता है।

    इस नियम का प्रयोग कई खेलों में किया जाता है:

    1. तैराकी (Swimming): तैराकी करते समय तैराक पानी को पैरों से पीछे धकेलता हैं। वह जितनी शक्ति से पानी को पीछे धकेलती है, पानी प्रतिक्रिया स्वरूप उसे उतनी ही शक्ति से आगे धकेलता है।
    2. शूटिंग (Shooting): पिस्टल से गोली चलते ही गोली आगे की ओर निकलती है और उसकी प्रतिक्रिया स्वरूप पिस्टल को पीछे की ओर धकेलती है। एक अच्छे शूटर के लिए इस नियम का ज्ञान आवश्यक है।
    3. पैदल चाल (Walking): जब व्यक्ति पैदल चलता है तो वह पैरों से जमीन को पीछे धकेलता है और जमीन उसे आगे की ओर धकेलती है। वह जितनी शक्ति से जमीन को पीछे धकेलेगा जमीन उसी शक्ति (प्रतिक्रिया) से उसे आगे धकेलेगी।
    4. नाव खेना (Rowing): नाविक जिस शक्ति से चप्पू द्वारा पानी को पीछे धकेलेगा तो पानी भी नाव को उतनी ही शक्ति से आगे धकेलेगा।

    इस नियम का खेलों में बहुत प्रयोग किया जाता है। खिलाड़ियों को इस नियम का ज्ञान जरुरी है।

    Question 31
    CBSEHHIPEH12037087

    प्रक्षेप्य क्या है? प्रक्षेप्य पथ को प्रभावित करने वाले विभिन्न कारको की व्याख्या कीजिए?
    अथवा
    प्रक्षेप्य-पथ (Projectile Trajectory) को प्रभावित करने वाले कारकों की विस्तार से व्याख्या कीजिए।

    Solution

    (क) प्रक्षेपण का कोण (Angle of Projection)
    (ख) प्रक्षेपण की ऊँचाई तथा लैडिंग सतह से संबंध (Relation Between Projection height & landing)
    (ग) प्रारंभिक वेग (Initial Velocity)
    (घ) गुरूत्वाकर्षण बल (Gravitational Force)
    (ड्) वायु प्रतिरोध (Air Resistance)
    (च) स्पिन/धूर्णन (Spin)

    1. प्रक्षेपण का कोण (Angle of Projection): एक ही वस्तु को जब अलग-अलग कोणों से एक समान प्रारम्भिक वेग (Iniitial Velocity ) द्वारा प्रक्षेपित किया जाता है तो वह अलग-अलग दूरी तय करती है।

      जैसे: - जब एक वस्तु को 25° के कोण से प्रक्षेपित किया जाता है तो वह कम दूरी तय करती है। परन्तु जब उसी वस्तु को उसी वेग से प्रक्षेपित किया जाता है तो वह अपेक्षाकृत अधिक दूरी तय करती है  
    2. प्रक्षेपण की ऊँचाई तथा लैडिंग सतह में संबंध (Relation between Projection Height and Landing Surface):
      1. प्रक्षेपण की ऊँचाई व लैडिंग सतह समान होने पर वस्तु को 45 के कोण से प्रक्षेपित करना चाहिए। जिससे वस्तु अधिक दूरी तय कर सकेगी।
      2. लैडिंग सतह का स्तर प्रक्षेपण की उँचाई से अधिक होने पर वस्तु को 45° से अधिक के कोण से प्रक्षेपित करना चाहिए जिससे वह वस्तु अधिक दूरी तय कर सकेगी।
      3. लैडिंग सतह का स्तर प्रक्षेपण की ऊँचाई से कम होने पर वस्तु को 45° से कम के कोण प्रक्षेपित करना चाहिए जिससे वस्तु अधिक दूरी तय कर सकेगी। उपरोक्त स्थितियों में प्रक्षेपण के कोण बदलने से वस्तु अधिक देर तक हवा में रहेंगी जिससे उसे अधिक दूरी तय करने का अच्छा 45 से कम कोण अवसर मिलेगा। इसी सिंद्धात को ध्यान में रखते हुए जैवलिन थ्रोअर (Javeline Throwes) जैवलिन को ऊपर की ओर से पकड़ते है ताकि फेंकते हुए जैवलिन अधिक ऊँचाई प्राप्त कर सके।
    3. प्रारंभिक वेग (Initial Velocity): प्रारंभिक वेग अधिक होने पर वस्तु अधिक दूरी तय करती है जबकि प्रांरभिक वेग कम होने पर कम दूरी तय करती है।
    4. गुरूत्वाकर्षण बल (Gravitational Force): प्रक्षेपित वस्तु का भार जितना अधिक होगा उस पर लगने वाला गुरूत्वाकर्षण बल भी उतना ही अधिक होगा। गुरूत्वाकर्षण बल जितना अधिक होगा वस्तु की प्रक्षेपित ऊँचाई उतनी ही कम होगी।
    5. वायु प्रतिरोधक (Air Resistance): जब प्रक्षेपित वस्तु हवा में गतिमान होती है तो हवा का प्रतिरोधक उसकी गति को कम कर देता है। हवा का प्रतिरोध जितना अधिक होगा वस्तु की गति उतनी ही कम हो जाएगी। हांलाकि वायु प्रतिरोध की मात्रा विभिन्न कारकोंपर निर्भर करती है। जैसे कि:

      1. यदि प्रक्षेपित वस्तु की सतह खुरदरी होगी तो उस पर लगने वाला प्रतिरोध अधिक होगा, जबकि चिकनी सतह होने पर उस वस्तु पर लगने वाला प्रतिरोध कम होगा।
      2. प्रक्षेपित वस्तु की गति बढ़ने के अनुरूप उस पर लगने वाला प्रतिरोध भी बढ़ता जाएगा।
      3. प्रक्षेपित वस्तु पर Mass जितना कम होगा उस पर लगने वाला प्रतिरोध उतना ही अधिक होगा।
    6. स्पिन/घूर्णन (Spin): जब प्रक्षेपित वस्तु हवा में घूमते हुए गतिमान होती है तो वस्तु के ऊपरी हिस्से पर उच्च वायुदाब तथा निचले हिस्से पर कम वायुदाब का क्षेत्र बन जाता है। वायु के उच्च से निम्न वायुदाब की ओर गति करने के कारण वस्तु नीचे की ओर गोता लगाते हुए कम दूरी तय कर पाती है।

    Question 32
    CBSEHHIPEH12037088

    विभिन्न प्रकार के गतिविधियों की व्याख्या कीजिए।

    Solution

    किसी भी प्रकार की क्रिया जिसके कारण स्थिति, स्थान या आसन में परिवर्तन शारीरिक गतिविधियाँ मुख्य रूप से निम्न प्रकार की होती है:

    1. फ्लेक्शन (Flexion): फ्लेक्शन गतिविधि के दौरान जोड़ों को मोड़ने के कारण दो हड्डियों के बीच की दूरी कम होती है। वजन उठाने के दौरान दो हड्डियों का पास फ्लेक्शन गतिविधि का उदाहरण है।
    2. एक्सटेंशन (Extension): एक्सटेंशन गतिविधि के दौरान जोड़ों में खिंचाव के कारण दो हड्डियों के बीच की दूरी बढ़ती है। वजन नीचे रखने के दौरान हड्डियों का एक-दूसरे से दूर जाना एक्सटेंशन गतिविधि का उदाहरण है।
    3. एब्डक्शन (Abduction): एब्डक्शन गतिविधि के दौरान जोड़ शरीर की मध्य रेखा से दूर होते जाते है।
    4. एडडक्शन (Adduction): एडडक्शन गतिविधि के दौरान जोड़ शरीर की मध्य रेखा के निकट होते जाते है।

    Question 33
    CBSEHHIPEH12037089

    अक्ष (Axes) और सतह (Plane) किसे कहते है? अक्ष और सतह के प्रकार का वर्णन करों?

    Solution

    अक्ष और सतह की अवधारणा (Introduction to Axes and Planes): ''ऐसी काल्पनिक रेखा या बिन्दु जिस पर कोई गतिविधि सम्पन्न होती है, अक्ष कहलाती है''।
    अक्ष मुख्य रूप से निम्न प्रकार के होते है:

    1. फ्रंटल एक्सिस (Frontal Axis): इसके अंतर्गत गति क्षैतिज दिश से दाएं से बाएं होती है।
    2. सैजिटल एक्सिस (Sagital Axis): इसके अंतर्गत गति दिशा में आगे से पीछे होती है। 
    3. वर्टिकल एक्सिस (Vertical Axis): इसके अतंर्गत गति गुरुत्व के लंबवत् होती है।

    सतह (Plane):

    ''काल्पनिक लंबाई व चौड़ाई वाला क्षेत्र जिस पर होने वाले परिवर्तनों के कारण शरीर या कोई वस्तु गतिमान होते है'।

    समतल सतह मुख्य रूप से निम्न प्रकार की होती है:

    1. एंटीरियों पोजिशन प्लेन (Antero-Posterior Plane): यह शरीर से होकर गुजरने वाली लंबवत् सतह होती है जो आगे से पीछे की ओर समकोण पर बांटते हुए तथा दाएं भाग और बाएं भाग को बराबर बांटती है।
    2. फ्रंट/ लेटरल प्लेन (Frontal Lateral Plane): शरीर से गुजरने वाली लंबवत् सतह जो एक तरफ अर्द्ध में होती है।
    3. हॉरिजॉन्टल या ट्रांस्वर्स प्लेन (Horizontal or Transverse Plane): क्षैतिज प्लेन को ऊपरी और निम्न अर्द्ध में विभाजित करता है।
    4. डाइऐगनल/ऑब्लिक प्लेन (Diagonal or Oblique Plans): यह एक से अधिक प्लेन का मिश्रण है। खेलों में इसका प्रयोग सबसे ज़्यादा होता है।
    Plane Motion Axis Example
    सेगिटल फ्लेक्शन/ एक्सटेंशन फ्रंटल पैदल-चाल
    उठक-बैठक
    फ्रंटल एबडक्शन/
    साइड फ्लेक्शन
    इनवरजन/एवरजन
    सेगिटल आकाश-कूद
    दाएं-बाएं मुड़ना
    ट्रांसवर्सस हॉरिजॉन्टल/एक्सटेंशन वर्टिकल फेंकना
    गेसबॉलस्विंग
    गोल्ड स्विंग

     

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