Sponsor Area

योग और जीवन शैली

Question
CBSEHHIPEH12036899

अस्थमा से आप क्या समझते है? इनके-लक्षण व कारण बताते हुएँ कोई दो आसन की विधि बताइये जिससे अस्थमा को रोका जा सकता है।

Solution

अस्थमा (Asthma): अस्थमा एक बीमारी है जो श्वास नलिकाओं से संबंधित है इन नलिकाओं की भीतरी दीवार में सूजन आ जाती है जो कि नलिकाओं को बहुत संवेदनशील बना देती है तथा किसी भी प्रभावित करने वाली चीज के स्पर्श से यह तीखी प्रतिक्रिया करती है।

इस प्रतिक्रिया से नलिकाओं में सकुंचन होता है। इसमें फेफड़ों में हवा की मात्रा कम हो जाती है जिससे रोग ग्रस्त व्यक्ति कों सांस लेना मुश्किल हो जाता है।

लक्षण: खाँसी का दौरा होना, दिल की धड़कन बढ़ना, सांस की रफ्तार बढ़ना बचैनी होना, सीने में जकड़न, थकावट, हाथों, पैरों, कंधों व पीठ में दर्द होना अस्थमा के लक्षण है।

कारण: धूल, धुआ, वायु प्रदूषण आनुवशिकता, पराग कण, जानवरों की त्वचा बाल या पंख आदि इसके प्रमुख कारण है। अस्थमा को सुखासन चक्रासन, गोमुखासन, पर्वतासन, भुंजगासन, पश्चिमोत्तानासन तथा मत्स्यासन से नियंत्रित किया जा सकता है।

(1) सुखासन:
पूर्व स्थिति:
दोनों पैर सामने की ओर रखकर सीधे बैठ जाएं।

विधि:

  1. सामान्य रूप में बैठना ही सुखासन है।
  2. बाये पैर को मोड़ते हुए दायें पैर की जंघा के नीचे रखें।
  3. दायें पैर को मोड़ते हुए बायें पैर की पिण्डली के नीचे रखें।
  4. सिर, गर्दन व कमर को सीधी रखें।
  5. दोनों हाथ ज्ञान मुद्रा में या अज्जली मुद्रा में रखें।
  6. ध्यान के समय अधिक देर तक बैठने के लिए इसका उपयोग किया जा सकता है। पैर बदलकर भी बैठ सकते है।

लाभ:

  1. यह आसन बहुत देर तक ध्यान, अध्ययन आदि केसमय उपयोग में लाया जा सकता है।
  2. कमर सीधी कर बैठने से पैरों में शक्ति आती है, दर्द दूर होते है तथा योगाभ्यासी अन्य आसन अर्द्धपद्मासन या पद्मासन करने के योग्य हो जाते है।

सावधानियाँ: रीढ़ की हड्डी में किसी प्रकार की चोट हो तो अधिक समय तक ना बैठे, घुटनों के जोड़ों में परेशानी हो तो ये आसन ना करें।

(2)चक्रासन:
पूर्व स्थिति
: दोनों पैर सीधे करते हुए कमर के बल लेट जायें।

विधि:

  1. दोनों पैरों को घुटनों से मोड़कर एडियों से नितम्बों को स्पर्श करते हुए रखें।
  2. दोनों हाथों को मोड़कर कन्धों के पीछे रखें। हाथों के पंजे अन्दर की ओर मुड़े रहें।
  3. हाथों और पैरों के ऊपर पूरे शरीर को धीरे- धीरे ऊपर उठा दे।
  4. हाथ और पैरों में आधे फुट का अन्तर रहे तथा सिर दोनों हाथों के बीच में रहे।
  5. शरीर को ऊपर की ओर अधिक से अधिक खिंचाव दें जिससे की चक्राकार बन जाए।

लाभ:

  1. पूरे शरीर पर इसका प्रभाव पड़ता है जिससे रक्त संचार, माँस-पेशियाँ व हड्डियों में लचीलापन आता है।
  2. कमर दर्द को दूर करता है, फेफड़ों में ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाता है इससे शरीर की कार्य क्षमता बढ़ती है।

सावधानी: पूर्णता प्राप्त करने से पूर्व बार-बार अभ्यास करें।

Sponsor Area

Some More Questions From योग और जीवन शैली Chapter

उच्च रक्त चाप के क्या कारण है?

योग शब्द का अर्थ बताइये।

योगासन के शरीर पर क्रियात्मक लाभ बताइयें।

वक्रासन और शलभासन पीठ दर्द से बचाव करते है। आसन की विधि बताइये।

अस्थमा के बचाव के लिये कोई तीन आसन की विधि बताइयें।

जीवन शैली सम्बन्धी बीमारियों से बचाव में योग की क्या भूमिका है।

राम एक सफल व्यवसायी है वह अपने व्यवसाय को बढ़ाने के लिये बहुत मेहनत करता है। यही कारण है कि वह अपने कार्यालय से देर से जाता है। वह सुबह देर से उठता है और किसी भी शारीरिक गतिविधियों के बिना वह कार्यालय को छोड़ देता है। वह तनाव के कारण कमजोर होता जा रहा है।

  1. राम वर्तमान जीवन-शैली में किस प्रकार की स्वास्थ्य समस्या का सामना कर सकता है।
  2. किस प्रकार की जीवन-शैली अपनाने के लिये आप राम को सुझाव देगें।
  3. किस प्रकार के योग अभ्यास के लिये आप राम को सुझाव देंगे।

 

अस्थमा से आप क्या समझते है? इनके-लक्षण व कारण बताते हुएँ कोई दो आसन की विधि बताइये जिससे अस्थमा को रोका जा सकता है।

क्या पीठ दर्द एक समस्या है? अगर है तो इस समस्या का योग आसनों से कैसे बचाव किया जा सकता है। 

उच्च रक्तचाप के कारण बताते हुये कोई तीन आसन की विस्तार से व्याख्या करो जिससे उच्च रक्तचाप को नियन्त्रित किया जा सकें।