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अपू के साथ ढाई साल

Question
CBSEENHN11012006

इस पाठ में रूजवेल्ट, चर्चिल, हिटलर तथा अब्दुल गफ्फार खां के नाम आए हैं, उनका संक्षिप्त परिचय दीजिए।

Solution

इन चारों का संक्षिप्त परिचय इस प्रकार है:

1. रूजवेल्ट-पूरा नाम फ्रैंकलिन डिलानो । अमेरिका के ३२वें राष्ट्रपति (1933 से 1945 तक), इन्हें एफडीआर. भी कहा जाता था । इन्हीं के कार्यकाल में एटमबम के मैनहटन प्रोजेक्ट पर काम शुरू हुआ था ।

2. चर्चिल (1874- 1965) -द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान ब्रिटेन के प्रधानमंत्री थे । 1953 में इन्हें साहित्य का नोबेल पुरस्कार भी मिला था ।

3. हिटलर (1889 - 1945) -जर्मनी के तानाशाह चांसलर (1933 - 1945 तक) तथा नाजी पार्टी के लीडर थे ।

4. अक्ल मक्कार खान (1890- 1988) -ये पख्तूनों (अफगान) के नेता थे तथा भारत और पाकिस्तान के विभाजन के खिलाफ थे । जिसके कारण इन्हें अपना अंतिम समय पाकिस्तान की जेल में गुजारना पड़ा । इन्हें सीमांत गाँधी के नाम से भी जाना जाता है ।

Some More Questions From अपू के साथ ढाई साल Chapter

अब अगर हम उस जगह बाकी आधे सीन की शूटिंग करते, तो पहले आधे सीन के साथ उसका मेल कैसे बैठता? उनमें से 'कंन्टिन्यूइटी नदारद हो जाती है-इस कथन के पीछे क्या भाव है?

किन दो दृश्यों में दर्शक यह पहचान नहीं पाते कि उनकी शुटिंग में कोई तरकीब अपनाई गई है?

फिल्म में श्रीनिवास की क्या भूमिका थी और उनसे जुड़े बाकी दृश्यों को उनके गुजर जाने के बाद किस प्रकार फिल्माया गया?

बारिश का दृश्य चित्रित करने में क्या मुश्किल आई और उसका समाधान किस प्रकार हुआ?

किसी फिल्म की शूटिंग करते समय फिल्मकार को जिन समस्याओं का सामना करना पड़ता है, उन्हें सूचीबद्ध कीजिए ।

तीन प्रसंगों में राय ने कुछ इस तरह की टिप्पणियाँ की हैं कि दर्शक पहचान नहीं पाते कि..... या फिल्म देखते हुए इस ओर किसी का ध्यान नहीं गया कि..... इत्यादि । ये प्रसंग कौन से हैं, चर्चा करें और इसपर भी विचार करें कि शुटिंग के समय की असलियत फिल्म को देखते समय कैसे छिप जाती है ।

मान लीजिए कि आपको अपने विद्यालय पर एक डॉक्यूमैंट्री फिल्म बनानी है । इस तरह की फिल्म में आप किस तरह के दृश्यों को चित्रित -करेंगे? फिल्म बनाने से पहले और बनाते समय किन बातों पर ध्यान देंगे?

पथेर पांचाली फिल्म में इंदिरा ठाकरून की भूमिका निभाने वाली अस्सी साल की चुन्नीबाला देवी ढाई साल तक काम कर सकीं । यदि आधी फिल्म बनने के बाद चुन्नीबाला देवी की अचानक मृत्यु हो जाती तो सत्यजित राय क्या करते? चर्चा करें ।

पठित पाठ के आधार पर यह कह पाना कहां तक उचित है कि फिल्म को सत्यजित राय एक कला-माध्यम के रूप में देखते हैं, व्यावसायिक-माध्यम के रूप में नहीं?

पाठ में कई स्थानो पर तत्सम, तद्भव. क्षेत्रीय सभी प्रकार के शब्द एक साथ सहज भाव से आए हैं । ऐसी भाषा का प्रयोग करते हुए अपनी प्रिय फिल्म पर एक अनुच्छेद लिखें ।