शारीरिक शिक्षा Chapter 2 ओलम्पिक आंदोलन
  • Sponsor Area

    NCERT Solution For Class 11 शारीरिक शिक्षा शारीरिक शिक्षा

    ओलम्पिक आंदोलन Here is the CBSE शारीरिक शिक्षा Chapter 2 for Class 11 students. Summary and detailed explanation of the lesson, including the definitions of difficult words. All of the exercises and questions and answers from the lesson's back end have been completed. NCERT Solutions for Class 11 शारीरिक शिक्षा ओलम्पिक आंदोलन Chapter 2 NCERT Solutions for Class 11 शारीरिक शिक्षा ओलम्पिक आंदोलन Chapter 2 The following is a summary in Hindi and English for the academic year 2021-2022. You can save these solutions to your computer or use the Class 11 शारीरिक शिक्षा.

    Question 1
    CBSEHHIPEH11015940

    आधुनिक ओलम्पिक खेलों का क्या मोटो है।

    Solution

    ओलिंपिक खेलों का मोटो 'हेंडियाट्रिस' है, जिसका लैटिन में मतलब है- 'तेज, ऊंचा और मजबूत'. ओलिंपिक मोटो का प्रस्ताव भी पिएरे डी काउबर्टिन ने 1894 में दिया था, लेकिन इसे आधिकारिक तौर पर 1924 में पेरिस में हुए ओलिंपिक खेलों में अपनाया गया था।

    Question 2
    CBSEHHIPEH11015941
    Question 3
    CBSEHHIPEH11015942

    ओलम्पिक पुरस्कार से आप क्या समझते हैं ।

    Solution

    ओलम्पिक खेलों में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों को सोने, चांदी और कांस्य पदक से सम्मानित किया जाता है। इन्हें ही दूसरे शब्दों में ओलम्पिक पुरस्कार कहा जाता है। अगले पाँच विजेताओं को केवल प्रमाण पत्र से सम्मानित किया जाता है।

    Question 4
    CBSEHHIPEH11015943

    ओलम्पिक झण्डे पर संक्षिप्त टिप्पणी करें।

    Solution

    ओलम्पिक झण्डे की रचना बेरन-पैयरी-डी-कोबरटीन ने सन् 1913 में की थी और 1914 में इसका उद् घाटन पेरिस में हुआ। प्रथम बार सन् 1920 में एंटवर्प (ANTWERP) बेल्जियम के ओलम्पिक खेलों में फहरया गया। ओलम्पिक ध्वज सफेद सिल्क का बना होता है। इस पर पाँच छल्ले बने होते हैं जो आपस में जुड़े होते है। यह पाँच छल्ले पिले, हरे, लाल, नीले और काले रंग के होते हैं। ये छल्ले विश्व के पाँच महाद्वीपों का प्रतिनिधित्व करते हैं । इन छल्लों का आपस में जुड़ना सहयोग तथा मैत्री का प्रतीक है।

    Question 5
    CBSEHHIPEH11015944

    बैरन-डी-को बरटीन कौन थे।

    Solution

    बैरन-डी-कोबरटीन को आधुनिक ओलम्पिक खेलों का पितामह कहा जाता है। इन्हें खेलों (ओलम्पिक) को दोबारा शुरू करने का श्रेय दिया जाता है।

    Question 6
    CBSEHHIPEH11015945

    भारत ने सर्वप्रथम ओलम्पिक खेलों में कब भाग लिया।

    Solution

    भारत ने सर्वप्रथम 1928 में एम्स्टर्डम ओलम्पिक खेलों में भाग लिया।

    Question 7
    CBSEHHIPEH11015946

    चाचा नेहरू- खेल पुरस्कार की संक्षेप में व्याख्या करो। यह खिलाड़ियों के लिए किस प्रकार लाभदायक है।

    Solution

    चाचा नेहरू खेल पुरस्कार सी. बी. एस. ई. की ओर से एक छात्रवृति है जो 'कक्षा नौ' से 'कक्षा बारहवीं' के उस प्रतिभावान खिलाड़ियों को दी जाती है जिन्होंने सी. बी. एस. ई के अंर्तविद्यालयी राष्ट्रीय स्तर पर खेलों में सर्वोच्च प्रदर्शन किया हो।

    उद्देश्य:

    1. इसका उद्देश्य खेल-कूद में IX-XII तक के विद्यार्थियों में असाधारण प्रतिभा को पहचानना, स्वीकार करना तथा विकसित करना है।
    2. छात्रवृति के रूप में पुरस्कार द्वारा विद्यार्थियों को उनकी खेल गतिविधियो में आगे बढ़ाने के लिए अभिप्रेरित करना।
    3. इस पुरस्कार में दी जानेवाली छात्रवृति 500 प्रति माह दी जाती है। ताकि खिलाड़ियों के प्रदर्शन के स्तर को अच्छा करने के लिए उन्हें प्रोत्साहन मिले।

    Question 8
    CBSEHHIPEH11015947

    ओलम्पिक शपथ क्या है ?

    Solution

    खेल शुरू होने से पूर्व मेजबान देश का प्रतिनिधि भाग लेने वाले सभी खिलाड़ियों की ओर से शपथ दोहराते हैं।
    '' हम शपथ लेते हैं कि हम ओलम्पिक खेलों की स्पर्धा में वफादारी, बिनियमों का पालन करते हुए जो उन्हें नियंत्रित करते हैं, बिना नशीली दवाओं का प्रयोग किये हुए, खेलों के गौरव के लिए व अपने राष्ट्र के सम्मान के लिए सच्ची खेल भावना से इन खेलों में भाग लेंगे।'

    Question 9
    CBSEHHIPEH11015948

    ओलम्पिक आंदोलन के मूल्यों के विकास के बारे में वर्णन करो।

    Solution

    ओलम्पिक खेलों का मुख्य उद्देश्य विश्व के देशों के मध्य अन्तर्राष्ट्रीय मैत्री भावना व शांति का विकास करना है। ओलम्पिक आंदोलन द्वारा निम्नलिखित मूल्यों का विकास किया जा सकता है:

    1. मैत्री: ओलम्पिक खेल खिलाड़ियों को ऐसे अवसर प्रदान करते हैं जिनमें खिलाड़ियों के साथ-साथ विभिन्न राष्ट्रो के मध्य मित्रता बनती है। इन खेलों द्वारा-मित्रता, बंधुत्व तथा सौहाद्रता आदि के गुणों का विकास किया जा सकता है।
    2. एकजुटता: ओलम्पिक खेलों के माध्यम से पूरे विश्व के सभी राष्ट्रों को एकजुट किया जा सकता है। सभी खिलाड़ी एवं राष्ट्र खेलों के विकास हेतु मिलकर प्रयास करते हैं एवं 'ओलम्पिक खेल समितियों' के माध्यम से खेलों को अधिक रूचिकर बनाते हैं। इन खेलों में सभी राष्ट्रों की ओलम्पिक समितियाँ एकजुट होकर कार्य करती है।
    3. भेदभाव से मुक्त: इन खेलों के उद्देश्य है कि धर्म, जाति, रंग, लिंग, नस्ल आदि के आधार पर किसी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जायेगा। यह खेल काफी हद तक भेदभाव रहित हैं।
    4. निष्पक्ष खेल: ओलम्पिक खेलों के सफल आयोजन हेतु प्रशिक्षित रेफरियों की नियुक्ति की जाती है। आजकल नई-नई तकनीको और टी. वी. कैमरों के माध्यम से निर्णय देने के प्रयास किये जाते हैं। इन खेलों में निष्पक्ष खेल भावना का विकास होता है।

    Question 10
    CBSEHHIPEH11015949

    द्रोणाचार्य पुरस्कार के बारे में संक्षेप के लिखें।

    Solution

    यह पुरस्कार उन खेल प्रशिक्षको को दिया जाता है जिसकी टीम या खिलाड़ियों ने अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर लगातार श्रेष्ठ प्रदर्शन किया हो। इस पुरस्कार को पाने के लिए प्रशिक्षक में निम्नलिखित योग्यताएँ होनी चाहिए:

    1. वह प्रशिक्षक जो किसी स्वदेशी खेल का प्रशिक्षण किसी खिलाड़ी या टीम को दे रहा हो और जिस टीम ने या खिलाड़ी ने तीन वर्षो में खेल का स्तर बढ़ाया हो।
    2. वह प्रशिक्षक जिसके खिलाड़ी ने ओलम्पिक खेलों या अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर सोने, चांदी या कांस्य का पदक हासिल किया हो।
    3. ऐसे प्रशिक्षक जिसके खिलाड़ियों ने एशियाई खेलों या राष्टमंडल खेलों में स्वर्ण पदक लिया हो।

    यह पुरस्कार युवा कल्याण तथा विकास मंत्रालय द्वारा दिया जाता है। इसमें निम्नलिखित चीजे पुरस्कार के रूप में दी जाती है।

    1. 5 लाख रूपए
    2. गुरूद्रोणाचार्य की कांस्य प्रतिमा
    3. प्रशस्ति पत्र

    Question 11
    CBSEHHIPEH11015950

    प्राचीन ओलम्पिक खेलों के उद् भव पर विस्तार से व्याख्या कीजिए।

    Solution

    खेल विश्व को यूनान की देन कहा जाता है। प्राचीन समय में जीने की कठिन परिस्थितियों के बीच भी मानव ने खेलों के द्वारा अपना मनोरंजन बनाए रखा। वैसे लिखित इतिहास की जानकारी केअनुसार प्रथम प्राचीन ओलम्पिक खेल 776 ई. पू. ओलम्पिक घाटी में शुरू हुए थे। यहाँ खेलों के उद्भव की कई कहानियाँ प्रचिलित है। कहा जाता है कि एक बार धरती पर अधिकार के लिए देवता ज्युस (Zeus) और देवता क्रोनोस (Cronos) के बीच कुश्ती हुई, जिसमें देवता ज्युस की विजय हुई। इन खेलों का प्रारंभ होने का कारण चाहे जो भी हो लेकिन इतना अवश्य है ओलंपिया (Olympia) नामक घाटी में इन खेलों का आयोजन पहली बार किया गया तथा इसी कारण से इन खेलों का नाम ओलम्पिक खेल रखा गया। इन खेलों के दौरान सभी प्रकार के विवाद, युद्धों को कुछ समय के लिए रोक दिया जाता था। ओलम्पिक खेलों को आयोजित करने की निम्नलिखित प्रक्रिया होती थी:

    1. खेलों का उद्घाटन
    2. खिलाड़ियों का एकत्र होना
    3. शपथ
    4. खेल प्रतियोगिता
    5. पुरस्कार समारोह

    प्राचीन ओलम्पिक खेल लगभग एक हजार वर्षो तक आयोजित किए जाते रहे। लेकिन 394 ई. में रोम के राजा थियोडिसिसस (Theodosis) ने ओलम्पिक खेलों को बंद कर दिया तथा सभी आयोजन स्थलों को तोड़ दिया गया। कई सदियों के बाद ओलम्पिक खेलों का पुर्नजन्म हुआ।

    Question 12
    CBSEHHIPEH11015951

    अन्तर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति के बारे में विस्तृत व्याख्या करो।

    Solution

    अन्तर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति, आधुनिक ओलम्पिक खेलों की प्रबंध विकास (गवर्निंग बॉडी) (Governing Body) है जो सारे विश्व में खेलों की भागीदारी को बढ़ाने तथा समर्थन देने को प्रतिबद्ध है। अन्तर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति का मुख्यालय 'लोरनाने' (Lusanne) स्विट्ज़रलैंड में है। इसका गठन 23 जून 1894 को वैरन पेयरी डी कोबरटीन के द्वारा किया गया। यह समिति प्रत्येक चार वर्ष बाद ग्रीष्म कालीन और शीत कालीन युवा ओलम्पिक खेलों का आयोजन करती है। अन्तर्राष्ट्रीय समिति के सदस्यों में विभिन्न देशों के सदस्य शामिल होते हैं जो इस प्रकार है;  

    1. प्रधान (President) : समिति के अध्यक्ष का निर्वाचन इसके सदस्यों द्वारा 8 वर्षों के लिए किया जाता है।
    2. उप-प्रधान (Vice-President): समिति में चार उप-प्रधान निर्वाचित किए जाते हैं जिनका कार्यकाल चार वर्ष होता है।
    3. कार्यकारी बोर्ड (Executive Board): समिति के कार्यकारी बोर्ड में प्रधान, उप-प्रधान व अन्य सदस्य शामिल होते हैं। यह बोर्ड इसकी व्यवस्था तथा कार्यों को देखता है।

    अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति के मुख्य कार्य:

    1. समिति द्वारा खेलों के आयोजन स्थल का निर्णय लिया जाता है।
    2. यह ओलम्पिक खेलों के नियमित समारोह को भी सुनिश्चित करती है।
    3. इस समिति द्वारा ओलम्पिक के सामान्य कार्यक्रमों के लिए तथा प्रतियोगिताओं को कराने के लिए मौलिक नियमों व विनियमों का निर्धारण किया जाता है।
    4. यह समिति ओलम्पिक आंदोलन को प्रभावित करने वाले किसी भी प्रकार के भेदभाव या पक्षपात के विरूद्ध भी कार्यवाही करती है।
    5. खेलों में डोपिंग के विरूद्ध प्रतिरोध करने में भी यह समिति अग्रसर रहती है।

    Question 13
    CBSEHHIPEH11015952

    भारतीय ओलम्पिक संघ के गठन व उद्देश्यों की विस्तृत विवेचना करो ।

    Solution

    भारतीय ओलम्पिक संघ की स्थापना सन् 1927 में हुई। सर दोराबजी टाटा व डॉ नोहरेन इसके प्रधान संस्थापक व महासचिव बने। यह अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक संस्था से सहबद्ध है। इस संघ के पदाधिकारियों का चुनाव प्रत्येक चार वर्ष बाद होता है।

    इस संघ में निम्नलिखित सदस्य होते हैं:
    अध्यक्ष- 1
    उप अध्यक्ष- 9
    महासचिव- 1
    कोषाध्यक्ष- 1
    सहसचिव- 6
    कार्यकारी सदस्य -20


    भारतीय ओलम्पिक संघ के उद्देश्य (कार्य):

    1. अन्तर्राष्ट्रीय ओलम्पिक तथा भारतीय ओलम्पिक संघ के नियमों तथा विनियमों को लागू करना।
    2. ओलम्पिक आंदोलन को बढ़ावा तथा खेलों का विकास करना।
    3. यदि कोई खेल संघ अशिष्ट व्यवहार करे तो उसके विरूद्ध कार्यवाही करना।
    4. राष्ट्रीय खेल संगठनो की सहायता से टीमों के चयन पर नियंत्रण रखना तथा जो टीम या खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करता हो उससे खेलों का प्रशिक्षण देना।
    5. राष्ट्रीय ओलम्पिक एसोसिएशनों तथा राष्ट्रीय खेल संगठनों को स्वीकृति प्रदान करने के लिए उनकी वार्षिक रिपोर्ट तथा खातों का लेखा परीक्षण विवरण जरूरी है। सूचना के लिए ये दस्तावेज भारतीय ओलम्पिक संघ के पास जमा होने चाहिए।

    Question 14
    CBSEHHIPEH11015953

    प्रमुख खेल पुरस्कारों को सूचीबद्ध करो। किसी एक पुरस्कार का सविस्तार से विवरण करों।

    Solution

    असाधारण उपलब्धियाँ व्यक्ति के बहुमुखी विकास में हमेशा सहायक होती है यदि वह पुरस्कार के रूप में प्राप्त हो। भारत सरकार द्वारा खिलाड़ियों को असाधारण योग्यता के लिए विभिन्न प्रकार के पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं:

    1. अर्जुन पुरस्कार
    2. द्रोणाचार्य पुरस्कार
    3. राजीव गाँधी रत्न पुरस्कार

    अर्जुन पुरस्कार (Arujna Award): यह पुरस्कार भारत सरकार द्वारा खिलाड़ियों को दिये जाने वाला सर्वोतम सम्मान है। यह पुरस्कार उस खिलाड़ी को प्रदान किया जाता है जिसका पिछले तीन वर्षों में प्रदर्शन का स्तर बहुत अच्छा रहा हो। यह पुरस्कार महान योद्धा अर्जुन की याद में दिया जाता है। यह सन् 1961 में शुरू किया गया था। इसके अन्तर्गत अर्जुन की कांस्य प्रतिमा, प्रशास्ति पत्र और पाँच लाख रूपये दिये जाते है। यह पुरस्कार प्रत्येक वर्ष 29 अगस्त को दिया जाता है।

    अर्जुन पुरस्कार के नियम (Rules of Arjuna Award):

    1. इसका मुख्य उद्देश्य देश में खेलों के स्तर को बढ़ाना है।
    2. भारत सरकार खिलाड़ियों की एक सूची की माँग मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय खेल संघ से करती हैं। यह सूची प्रत्येक वर्ष निश्चित तिथि पर प्रस्तुत की जाती है।
    3. नियमों के अनुसार हर साल अधिकतम 15 अर्जुन पुरस्कार ही दिये जा सकते हैं। पर खिलाड़ियों की अभूतपूर्व योग्यता देखते हुए इसे बढ़ाया भी जा सकता है।
    4. खेल संघ तीन खिलाड़ीयों की सूची भेजते है जिसमें से दो खिलाड़ी चुने जाते हैं - एक महिला और एक पुरूष।

    Question 15
    CBSEHHIPEH11015954

    सी.बी.एस.ई खेलों की संगठनात्मक स्थापना पर संक्षेप में लिखें।

    Solution
    1. सी.बी.एस.ई. इंटर स्कूल स्पोर्टस और गेम्स प्रतियोगिता (CBSE INTER SCHOOL SPORTS GAME COMPETITION) का आयोजन विभिन्न खेल श्रेणियों में हर कलेंडर वर्ष के दौरान किया जाता है। यह खेल कलस्टर स्तर क्षेत्रीय स्तर एवं राष्ट्रीय स्तर पर होते है।
    2. सी.बी.एस.ई. के सामान्य निर्देशों के अन्तर्गत इन खेलों को अयोजित किया जाता है।
    3. सी.बी.एस.ई. का चेयर मैन ही खेल समिति का चेयर मैन होता है।
    4. सी.बी.एस.ई. स्पोर्टस और गेम्स के लक्ष्य एवं उद्देश्य:

      1. खेलों के माध्यम से विद्यार्थियों में मूल्यों का विकास करना।
      2. सीबीएसई. से जुड़ें (Affiliated) विद्यालयों का अंतर विद्यालय खेलों का आयोजन करना।
      3. खिलाड़ियों में मैत्रीपूर्ण संबन्धों को प्रोत्साहित करना।
      4. शारीरिक शिक्षा के अध्यापकों के लिए ओरियन्टेश्न, रिफ्रेशर व ट्रेनिंग कार्यक्रमों का आयोजन करना।
      5. खेलों के अलावा कुछ ऐसी गतिविधियों का आयोजन करना जो विद्यार्थियों के लिए लाभकारी हों।

      प्रतियोगिताओं के आयोजन से संबंधित सामान्य नियम:

      1. सभी खेल प्रतियोगिताओं को कलस्टर स्तर, ज़ोनल स्तर और राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित करना।
      2. भाग लेने वाले विद्यालय के प्रिंसिपल की नियुक्ति के बिना, टीम मैनेजर प्रिंसिपल की नियुक्ति के बिना, टीम मैनेजर प्रशिक्षक शारीरिक शिक्षक को खेलों में भाग लेने की अनुमति नहीं।
      3. कलस्टर और ज़ोनल स्तर पर सभी प्रतियोगिताओं नॉक -आउट (KNOCK OUT) आधार पर खेली जाएगी।
      4. यदि कोई टूर्नामेंट किन्हीं कारणों से स्थगित किया जाता है तो अधूरे टूर्नामेंट को फिर से कराने के लिए समय व स्थान का निर्धारण सी.बी.एस.ई. खेल समिति करेगी।

    Mock Test Series

    Sponsor Area

    Sponsor Area

    NCERT Book Store

    NCERT Sample Papers

    Entrance Exams Preparation

    197