अन्तर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति के बारे में विस्तृत व्याख्या करो।
अन्तर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति, आधुनिक ओलम्पिक खेलों की प्रबंध विकास (गवर्निंग बॉडी) (Governing Body) है जो सारे विश्व में खेलों की भागीदारी को बढ़ाने तथा समर्थन देने को प्रतिबद्ध है। अन्तर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति का मुख्यालय 'लोरनाने' (Lusanne) स्विट्ज़रलैंड में है। इसका गठन 23 जून 1894 को वैरन पेयरी डी कोबरटीन के द्वारा किया गया। यह समिति प्रत्येक चार वर्ष बाद ग्रीष्म कालीन और शीत कालीन युवा ओलम्पिक खेलों का आयोजन करती है। अन्तर्राष्ट्रीय समिति के सदस्यों में विभिन्न देशों के सदस्य शामिल होते हैं जो इस प्रकार है;
- प्रधान (President) : समिति के अध्यक्ष का निर्वाचन इसके सदस्यों द्वारा 8 वर्षों के लिए किया जाता है।
- उप-प्रधान (Vice-President): समिति में चार उप-प्रधान निर्वाचित किए जाते हैं जिनका कार्यकाल चार वर्ष होता है।
- कार्यकारी बोर्ड (Executive Board): समिति के कार्यकारी बोर्ड में प्रधान, उप-प्रधान व अन्य सदस्य शामिल होते हैं। यह बोर्ड इसकी व्यवस्था तथा कार्यों को देखता है।
अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति के मुख्य कार्य:
- समिति द्वारा खेलों के आयोजन स्थल का निर्णय लिया जाता है।
- यह ओलम्पिक खेलों के नियमित समारोह को भी सुनिश्चित करती है।
- इस समिति द्वारा ओलम्पिक के सामान्य कार्यक्रमों के लिए तथा प्रतियोगिताओं को कराने के लिए मौलिक नियमों व विनियमों का निर्धारण किया जाता है।
- यह समिति ओलम्पिक आंदोलन को प्रभावित करने वाले किसी भी प्रकार के भेदभाव या पक्षपात के विरूद्ध भी कार्यवाही करती है।
- खेलों में डोपिंग के विरूद्ध प्रतिरोध करने में भी यह समिति अग्रसर रहती है।



