ट्रै'किग के विभिन्न प्रकारों का वर्णन करों।
ट्रैकिंग के विभिन्न प्रकारों का का वर्णन निम्नलिखित हैं:
आसान ट्रैकिंग: इसमें अत्यधिक ऊँचे स्थानों की चढ़ाई नहीं होती है। ऐसे ट्रैक सामान्यत: सभी पर्वत श्रृंखला में पाए जाते हैं। इस प्रकार की ट्रैकिंग विशेषकर एक ऐसे अकेले व्यक्ति द्वारा की जाती है। जिसे ट्रैकिंग का कोई अनुभव नहीं होता है।
मध्यम ट्रैकिंग: मध्यम ट्रैकिंग पर चढ़ाई करना आसान ट्रैकों की अपेक्षा थोड़ा कठिन तथा चुनौतीपूर्ण होता है। इस ट्रैकिंग के लिए प्रतिभागी को अपेक्षाकृत अधिक शारीरिक शक्ति की आवश्यकता होती है। यह ट्रैकिंग थोड़ी-सी ऊँचाई वाले स्थानों पर आयोजित की जाती है।
कर्मठ या विकट ट्रैकिंग: कर्मठ या विकट ट्रैनिंग में अत्यधिक शारीरिक प्रयासों तथा दृढ़ता की आवश्यकता पड़ती है। इस प्रकार की ट्रैकिंग सामान्यत: 50 मीटर अथवा अधिक की ऊँचाई पर आयोजित की जाती हे। इसमें कुछ खड़ी चढ़ाईयाँ भी शामिल हैं।
कठिन ट्रैकिंग: इस प्रकार की ट्रैकिंग साहसी एवं अनुभवी पर्वतारोहियों द्वारा अधिक ऊँचाई वाली खड़ी चढ़ाईयों पर की जाती है। चूँकि इस प्रकार की ट्रैकिंग में एक माह से भी अधिक का समय लगता है इसीलिए ट्रैकर को अत्यधिक शारीरिक एवं मानसिक शक्ति तथा दृढ़ता की आवश्यकता होती है।



