‘सिलवर वैडिंग’ के आधार पर सेक्शन आफिसर वाईडी. पंत और उनके सहयोगी कर्मचारियों के परस्पर संबंधों पर टिप्पणी कीजिए।
यशोधर बाबू होम मिनिस्टरी में सेफ्सेक्शनसर थे। अपने आफिस में उनका व्यवहार बहुत कुछ किशनदा की तरह ही होता था। वह आफिस के काम को पूरा करने के लिए पाँच बजे के बाद भी रुक जाया करते हैं। उन्हें मालूम है कि अफिस में उनका व्यवहार शुष्क है। आफिस -से निकलते वक्त किसी न किसी मनोरंजक बात से माहौल को सहज बनाने का प्रयास करते हैं यह बात भी उन्होंने किशनदा से सीखी थी। आफिस के लोगों से ज्यादा घुलना मिलना जरूरी नहीं समझते थे। मातहत लोगों से चलते-चलाते हँसी-मजाक कर लेना किशनदा की परंपरा वे समझते है। उनके साथ बैठकर चाय-पानी और गप्प-गप्पाष्टक में वक्त बर्बाद करना उस परंपरा के विरुद्ध है। इसीलिए वे जलपान के लिए नहीं रुकते है।