चड्ढा यशोधर बाबू से क्या दुर्व्यवहार करता है?
चड्ढा सीधा सहायक ग्रेड में आया था। वह नवयुवक था। वह उम्र का लिहाज नहीं करता था। वह यशोधर बाबू के साथ धृष्टता कर जाता था। कभी वह उनकी घड़ी को चूहेदानी कहता तो कभी उनकी कलाई पकड़ लेता था। उसे इस बात का कोई अनुमान नहीं रहता था कि उसकी और यशोधर बाबू की आयु में बहुत अंतर है। उसे अपना हर व्यवहार सही प्रतीत होता था। वह यशोधर बाबू की सिल्वर वैडिंग के नाम पर तीस रुपए झटक लेता है ताकि सेक्शन के लोगों के लिए चाय-पानी का प्रबंध किया जा सके।