निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिये:-
चैप्लिन ने न सिर्फ फिल्म कला को लोकतांत्रिक बनाया बल्कि दर्शकों की वर्ग तथा वर्ण-व्यवस्था को तोड़ा। यह अकारण नहीं है कि जो भी व्यक्ति, समूह या तंत्र गैर बराबरी नहीं मिटाना चाहता वह अन्य संस्थाओं के अलावा चैप्लिन की फिल्मों पर भी हमला करता है। चैप्लिन भीड़ का वह बच्चा है जो इशारे से बतला देता है कि राजा भी उतना ही नंगा है जितना मैं हूँ और भीड़ हँस देती है। कोई भी शासक या तंत्र जनता का अपने ऊपर हँसना पसंद नहीं करता। एक परित्यक्ता, दूसरे दर्जे की स्टेज अभिनेत्री का बेटा होना, बान में भयावह गरीबी और माँ के पागलपन से संघर्ष करना, साम्राज्य, औद्योगिक क्रांति, पूँजीवाद तथा सामंतशाही से मगरूर एक समाज द्वारा बदुरदुरायाजाना-इन सबसे चैप्लिन को वे जीवन-मूल्य मिले जो करोड़पति हो जाने के बावजूद अंत तक उनमें रहे।
1. पाठ तथा लेखक का नाम बताइए।
2. चैप्लिन ने क्या युगांतरकारी परिवर्तन किए?
3. चैप्लिन पर कौन लोग हमला करते हैं?
4. चैप्लिन के जीवन में कौन-से मूल्य अंत तक रहे?
1. पाठ का नाम: चार्ली चैप्लिन यानी हम सब।
लेखक का नाम: विष्णु खरे।
2. चैप्लिन ने फिल्म कला को लोकप्रिय और लोकतांत्रिक बनाया। उसने दर्शकों की वर्ग तथा वर्ण-व्यवस्था को तोड़ा। चैप्लिन ने इस तरह के युगांतकारी परिवर्तन किए।
3. चैप्लिन पर वे लोग हमला करते हैं जो व्यक्ति, समूह या तंत्र के भेदभाव को नहीं मिटाना चाहते। वे समाज व कला के परंपरागत रूप को बनाए रखना चाहते हैं।
4. चैप्लिन के निम्नलिखित जीवन-मूल्य अंत तक रहे-एक परित्यकता, दूसरे दर्जे की स्टेज अभिनेत्री का ‘बेटा’ भयंकर गरीबी तथा माँ के पागलपन से संघर्ष करना, शोषणकारी समाज द्वारा दुत्कारा जाना।