लेखक अपने मित्र की किस बात का उल्लेख करता है?
लेखक एक बार की बात बताता है। उनके एक मित्र बाजार गए तो थे कोई एक मामूली चीज लेने पर लौटे तो एकदम बहुत-से बंडल पास थे। लेखक ने पूछा यह क्या है? वे बोले-यह जो साथ थीं। उनका आशय था कि पत्नी की महिमा है। उस महिमा का लेखक कायल है। आदिकाल से इस विषय में पति से पत्नी की ही प्रमुखता प्रमाणित है और यह व्यक्तित्व का प्रश्न नहीं, स्त्रीत्व का प्रश्न है। स्त्री माया न जोड़े तो क्या वह जोड़े? फिर भी सच सच है और वह यह कि इस बात में पत्नी की ओट ली जाती है। मूल में एक और तत्व की महिमा सविशेष है। वह तत्व है मनीबैग, अर्थात् पैसे की गर्मी या एनर्जी।