जेठ-जिठौतों का क्या लालच था? लछमिन उन्हें क्या जवाब देती थी?
लछमिन का पति 36 वर्ष की आयु में चल बसा था। उसकी आकस्मिक मृत्यु के बाद लछमिन ने अपनी जायदाद सँभाली। उसके हरे- भरे खेतों तथा मोटी-ताजी गाय-भैसों तथा फलों के लदे पेड़ों को देखकर जेठ-जिठौतों के मुँह में पानी भर आता था। वे चाहते थे कि भक्तिन दूसरा विवाह कर ले ताकि वे उसकी सम्पत्ति पर कब्जा कर लें। भक्तिन ने उनको करारा जवाब देते हुए कहा था कि हम’ कुत्ते-बिल्ली नहीं हैं कि हमारा मन पसीज जाए। हम दूसरों के यहाँ नहीं जाएंगे। हम तो तुम्हारी छाती पर ही होरहा दलेंगी और राज करेंगी। लछमिन ने किसी को भी सुई की नोंक के बराबर भी जमीन नहीं दी।