जब बेबी के बाबा आए तब वह कहाँ थी? उसी दशा का संक्षिप्त वर्णन करो।
एक दिन बेबी के बाबा सवेरे-सवेरे आ पहुँचे। वह उस समय किचन में थी। खिड़की से उसने एक व्यक्ति को साइकिल से उतरते देखा। वह ठीक से पहचान नहीं पाई। उसने घंटी बजाई तो काफी देर बाद वह बाहर निकली। उसे देखकर बाबा ने पूछा, ‘कैसी है, बेटा?’ वह बोली, बाबू ‘आपके शरीर का यह हाल कैसे हो गया?’ बाबा बोले, “कहाँ कुछ भी तो नहीं हुआ! बच्चे कैसे हैं?” उसने कहा, ‘ठीक हैं, सब ठीक हैं, स्कूल गए हैं।’ वह तातुश के पास दौड़ी गई और बताया कि उसके बाबा आए हैं। तातुश बोले, ‘उन्हें घर में बिठाओ। अपने बाबा के लिए कुछ खाना-वाना तैयार करो। बाबा को वह अपने कमरे में ले गई और पूछा, चाय बनाऊँ?” वह बोले, नहीं रहने दो।