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आलो - आँधारि

Question
CBSEENHN11012415

जब बेबी के बाबा आए तब वह कहाँ थी? उसी दशा का संक्षिप्त वर्णन करो।

Solution

एक दिन बेबी के बाबा सवेरे-सवेरे आ पहुँचे। वह उस समय किचन में थी। खिड़की से उसने एक व्यक्ति को साइकिल से उतरते देखा। वह ठीक से पहचान नहीं पाई। उसने घंटी बजाई तो काफी देर बाद वह बाहर निकली। उसे देखकर बाबा ने पूछा, ‘कैसी है, बेटा?’ वह बोली, बाबू ‘आपके शरीर का यह हाल कैसे हो गया?’ बाबा बोले, “कहाँ कुछ भी तो नहीं हुआ! बच्चे कैसे हैं?” उसने कहा, ‘ठीक हैं, सब ठीक हैं, स्कूल गए हैं।’ वह तातुश के पास दौड़ी गई और बताया कि उसके बाबा आए हैं। तातुश बोले, ‘उन्हें घर में बिठाओ। अपने बाबा के लिए कुछ खाना-वाना तैयार करो। बाबा को वह अपने कमरे में ले गई और पूछा, चाय बनाऊँ?” वह बोले, नहीं रहने दो।

Some More Questions From आलो - आँधारि Chapter

बेबी की जिंदगी में तातुश का परिवार न आया होता तो उसका जीवन कैसा होता, कल्पना करें और लिखें।

बेबी जब सुनील के बताए पते पर काम ढुँढ्ने गई तब उसने वहाँ क्या देखा?

बेबी की दिनचर्या कैसे चलने लगी?

एक दिन हठात् तातुश ने बेबी के बारे में क्या पूछा?

तातुश ने बेबी से किस बात पर अपनी अप्रसन्नता प्रकट की?

बाथरूम की समस्या को लेकर बेबी क्यों परेशान रहती थी? उसका समाधान कैसे हुआ?

एक दिन लेखिका (बेबी) किस समस्या में फँस गई? तब उसने क्या सोचा?

तातुश ने बेबी के रहने की समस्या का क्या समाधान निकाला? साया को इससे क्या फायदा हुआ?

बेबी जब अपने लड़के से मिलने गई तो उसे वहाँ क्या देखकर दुख हुआ?

तातुश की बातें सुनकर बेबी को क्या लगता था?