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आलो - आँधारि

Question
CBSEENHN11012406

एक दिन हठात् तातुश ने बेबी के बारे में क्या पूछा?

Solution

कुछ दिनों बाद एक दिन हठात् तातुश ने पूछा, “अच्छा बेबी यह तो बताओ कि यहाँ से जाकर तुम क्या करती हो?” मैंने कहा “मैं जाते ही खाना बनाने में लग जाती हूँ और साथ ही साथ बच्चों को नहलाती- धुलाती हूँ। फिर उन्हें खिला-पिलाकर सुला देती हूँ। तीसरे पहर उनके साथ थोड़ा घूमती-थामती हूँ और शाम को संध्या-पूजाकर उन्हें पढ़ने बिठा देती हूँ। रात में फिर उन्हें खिलाना-पिलाना और सुलाना और सवेरे जल्दी से जल्दी यहाँ के लिए निकल पड़ना। बस यही है मेरे सारे दिन का काम।” फिर वह बोले, “अच्छा, फिर जो तुम, और काम ढुँढ़ रही हो तो उसके लिए तुम्हें समय कहाँ से मिलेगा?” बेबी बोली, “इसी में से निकालना होगा, और नहीं तो क्या! बिना किए और कोई चारा भी तो नहीं!” इस पर उन्होंने कहा, “देखो, यदि मैं तुम्हारी कुछ मदद कर दूँ तब तो तुम कहीं और काम नहीं करोगी न?” उनकी बात सुन बेबी सोचने लगी ‘वह मेरा कितना खयाल रखते हैं, कितना मुझे चाहते हैं!’ उन्होंने फिर पूछा ‘क्यों क्या हुआ? तुमने कुछ बताया नहीं! क्या, सोच रही हो?’ बेबी ‘बस, कुछ भी तो नहीं,’ कहकर चुप हो गई। उन्होंने कहा, “देखो बेबी, तुम समझो कि मैं तुम्हारा बाप, भाई, माँ, बंधु, सब कुछ हूँ। यह कभी मत सोचना कि यहाँ तुम्हारा कोई नहीं है। तुम अपनी सारी बातें मुझे साफ-साफ बता सकती हो, मुझे बिल्कुल भी बुरा नहीं लगेगा। मेरे बच्चे मुझे तातुश कहते हैं, तुम भी मुझे वही कहकर बुला सकती हो।” उस दिन से बेबी उन्हें तातुश कहने लगी।