बाथरूम की समस्या को लेकर बेबी क्यों परेशान रहती थी? उसका समाधान कैसे हुआ?
बेबी को जो घर रहने को किराए पर मिला था वहाँ बाथरूम की असुविधा थी। चार घरों के बीच बाथरूम एक ही था। सवेरे कोई पेशाब के लिए उसमें घुसता तो दूसरा उसमें घुसने के लिए बाहर खड़ा रहता। टट्टी के लिए बाहर जाना पड़ता था लेकिन वहाँ भी चैन से कोई टट्टी नहीं कर सकता था क्योंकि सुअर पीछे से आकर तंग करना शुरू कर देते। लड़के-लड़कियाँ, बड़े-बूढ़े, सभी हाथ में पानी की बोतल ले टट्टी के लिए बाहर जाते। अब वे वहां बोतल सँभाले या सुअर भगाएं! बेबी को यह देख-सुनकर बहुत खराब लगता। लड़कियों को हाथ में बोतल लिए जाते उसने इसके पहले कभी नहीं देखा था। तातुश ने उससे पहले ही पूछा था, तुम जहाँ रहती हो वहाँ कोई बाथरूम-वाथरूम है कि नहीं? ऊपर एक बाथरूम है, तुम चाहो तो वहीं से नहा- धो निपटकर जा सकती हो। उस दिन से वह वहीं वह सब करने के बाद घर जाती। इस प्रकार उसकी बाथरूम की समस्या का समाधान हो गया।