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आलो - आँधारि

Question
CBSEENHN11012399

अपने परिवार से लेकर तातुश के घर तक के सफर में बेबी के सामने रिश्तों की कौन-सी सच्चाई उजागर होती है?

Solution

अपने परिवार से लेकर तातुश के घर तक के सफर में बेबी के सामने रिश्तों की यह सच्चाई सामने आई कि मुसीबत की घड़ी में कोई किसी का साथ नहीं देता। यदि विवाहिता लड़की किसी कारण से पति का घर छोड्कर पिता के घर आ जाए तो उसे वहाँ भी सम्मान नहीं मिलता। लोग तरह-तरह की बातें करते हैं। सभी रिश्ते स्वार्थ पर टिके हैं। पर इसी समाज में तातुश जैसे व्यक्ति भी हैं जो परोपकारी स्वभाव के हैं। वे बेबी को अपनी बेटी मानकर उसके सभी तरह के दुख-दर्दो को दूर करते हैं तथा उसे लेखिका के रूप में प्रतिष्ठित करने का हरसंभव प्रयास करते हैं।

Some More Questions From आलो - आँधारि Chapter

तातुश ने बेबी से किस बात पर अपनी अप्रसन्नता प्रकट की?

बाथरूम की समस्या को लेकर बेबी क्यों परेशान रहती थी? उसका समाधान कैसे हुआ?

एक दिन लेखिका (बेबी) किस समस्या में फँस गई? तब उसने क्या सोचा?

तातुश ने बेबी के रहने की समस्या का क्या समाधान निकाला? साया को इससे क्या फायदा हुआ?

बेबी जब अपने लड़के से मिलने गई तो उसे वहाँ क्या देखकर दुख हुआ?

तातुश की बातें सुनकर बेबी को क्या लगता था?

पार्क में आने वाली लड़की कैसी थी?

बंधु को चिट्टी लिखते समय बेबी किस सोच में पड़ गई?

जब बेबी के बाबा आए तब वह कहाँ थी? उसी दशा का संक्षिप्त वर्णन करो।

शर्मिला दी बेबी को किस भाषा में चिट्टी लिखती थी? बेबी को उन्हें सुनकर कैसा लगता था?