Sponsor Area

निर्मला पुतुल

Question
CBSEENHN11012357

भाषा में झारखंडीपन से क्या अभिप्राय है?

Solution

भाषा में झारखंडीपन से अभिप्राय भाषा के स्थानीय स्वरूप की रक्षा करना है। यह स्वरूप यहाँ की बोली में झलकता है। यह यहाँ की मौलिकता की पहचान है। यहाँ खड़ी बोली का प्रयोग तो बनावटीपन की झलक दे जाता है।

Some More Questions From निर्मला पुतुल Chapter

दिल के भोलेपन के साथ-साथ अक्खड़पन और जुझारूपन को भी बचाने की आवश्यकता पर क्यों बल दिया गया है?

प्रस्तुत कविता आदिवासी समाज की किन बुराइयों की ओर संकेत करती है?

इस दौर में भी बचाने को बहुत कुछ बचा है-से क्या आशय है?

निम्नलिखित पंक्तियों के काव्य-सौंदर्य को उद्घाटित कीजिए-

थोड़ा-सा विश्वास

थोड़ी-सी उम्मीद

थोड़े-से सपने,

आओ-मिलकर बचाएँ।

बस्तियों को शहर की किस आबो-हवा से बचाने की आवश्यकता है?

आप अपने शहर या बस्ती की किन चीजों को बचाना चाहेंगे?

आदिवासी समाज की वर्तमान स्थिति पर टिप्पणी करें।

‘आओ, मिलकर बचाएँ’ कविता का प्रतिपाद्य लिखिए।

कवयित्री ने अपनी कविता में किन पक्षों को छुआ है?