सेक्रेटेरिएट के क्लर्को ने जामुन के पेड़ के बारे में क्या-क्या बातें कहीं?
“बेचारा जामुन का पेड़। कितना फलदार था!” सेक्रेरिएट का एक क्लर्क बोला।
“और इसकी जामुनें कितनी रसीली होती थीं!” दूसरा क्लर्क याद करते हुए बोला।
“मैं फलों के मौसम में झोली भरकर ले जाता था, मेरे बच्चे इसकी जामुनें कितनी खुशी से खाते थे।” तीसरा क्लर्क लगभग रुआँसा होकर बोला।