लहरों का गीत सुनने के बाद साँप ने क्या सोचा होगा? क्या उसने फिर से उड़ने की कोशिश की होगी? अपनी कल्पना से आगे की कहानी पूरी कीजिए।
लहरें बाज की वीरता और साहस के कार्यो के गीत गा रही थीं। जिसे सुनकर साँप के मन में भी अपनी कायरता के प्रति ग्लानि का भाव उत्पन्न हुआ होगा। अवश्य ही उसके मन में उड़ने की इच्छा जागृत हुई होगी।
साँप ने निश्चय ही गुफा से निकलकर असीम आकाश की ऊँचाइयों को पाने हेतु उड़ने का प्रयास किया होगा। अनेक बार असफल होकर अंत में सफलता पाई होगी। इसी प्रकार संसार में एक नए व कम मिलने वाले प्राणी उड़ने वाले साँप का जन्म हुआ होगा।