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क्या निराश हुआ जाए
लेखक ने अपने जीवन की दो घटनाओं में रेलवे के टिकट बाबू और बस कंडक्टर की अच्छाई और ईमानदारी की बात बताई है। आप भी अपने या अपने किसी परिचित के साथ हुई किसी घटना के खारे में बताइए जिसमें किसी ने बिना किसी स्वार्थ के भलाई, ईमानदारी और अच्छाई के कार्य किए हों।
समाज में नित दिन ऐसी बहुत-सी घटनाएँ घटती हैं जिन्हें मीडिया समाचार-पत्र आदि उजागर नहीं करतै लेकिन नकारात्मक घटनाओं को जल्द ही प्रकाशित कर दिया जाता है। निम्न घटना सत्यता पर आधारित है जो मेरे जीवन में घटी-
मेरे एक मित्र का बेटा कैंसर रोग से पीड़ित है। उनकी आर्थिक दशा बिकुल भी सुदृढ़ नहीं क्योंकि पिछले सात वर्ष से बेटे के इलाज पर काफी खर्च हो चुका है। वे छोटी-सी कंपनी में नौकरी कर केवल सात हजार रुपए महीना कमाते हैं और दवाइयों का खर्च ही पांच-छ: हजार हो जाता है। ऐसे में कैसे उसकी देखभाल करें व घर खर्च चलाएँ। मेरे एक अन्य मित्र हैं जो कलकत्ता में रहते हैं। वे एक बड़े व्यापारी हैं। वे लोकहित हेतु कई सामाजिक संगठन चला रहे हैं। मैनें उनसे अनुरोध किया कि कृपया वे मेरे एक मित्र के बेटे की सहायता करें। मैंने जैसे ही फ़ोन पर उनसे यह बात कही तो अगले ही दिन वे हवाई जहाज से दिल्ली आए और मेरे मित्र के बेटे को अपने साथ ले गए और पूरे इलाज का खर्च करने का वायदा किया। आज दो वर्ष से वह बच्चा कलकत्ते के अस्पताल में दाखिल है वे दवाइयों व उसके खाने-पीने का पूरा खर्च कर रहे हैं। अब उस बच्चे की बीमारी में भी काफी सुधार आया है।
जब भी मैं कलकत्ता वाले मित्र के बारे में सोचता हूँ तो मेरा मन उनके लिए कृतज्ञ हो उठता है।
Some More Questions From क्या निराश हुआ जाए Chapter
आजकल के बहुत से समाचार पत्र या समाचार चैनल ‘दोषों का पर्दाफ़ाश’ कर रहे हैं। इस प्रकार समाचारों और कार्यक्रमों की सार्थकता पर तर्क सहित विचार लिखिए?
आपने इस लेख में एक बस की यात्रा के बारे में पढ़ा। इससे पहले भी आप एक बस यात्रा के बारे में पढ़ चुके हैं। यदि दोनों बस-यात्राओं के लेखक आपस में मिलते तो एक-दूसरे को कौन-कौन सी बातें बताते? अपनी कल्पना से उनकी बातचीत लिखिए।
लेखक ने लेख का शीर्षक ‘क्या निराश हुआ जाए’ क्यों रखा होगा? क्या आप इससे भी बेहतर शीर्षक सुझा सकते हैं?
यदि ‘क्या निराश हुआ जाए’ के बाद कोई विराम चिह्न लगाने के लिए कहा जाए तो आप दिए गए चिन्हों में से कौन-सा चिह लगाएँगे? अपने चुनाव का कारण भी बताइए। - , । . ! ? . ; - , …. ।
● “आदर्शों की बातें करना तो बहुत आसान है पर उन पर चलना बहुत कठिन है।” क्या आप इस बात से सहमत हैं? तर्क सहित उत्तर दीजिए।
“हमारे महान मनीषियों के सपनों का भारत है और रहेगा।” आपके विचार से हमारे महान विद्वानों ने किस तरह के भारत के सपने देखे थे? लिखिए।
आपके सपनों का भारत कैसा होना चाहिए? लिखिए।
दो शब्दों के मिलने से समास बनता है। समास का एक प्रकार है-द्वंद्व समास। इसमें दोनों शब्द प्रधान होते हैं। जब दोनों भाग प्रधान होंगे तो एक-दूसरे में द्वंद्व (स्पर्धा, होड़) की संभावना होती है। कोई किसी से पीछे रहना नहीं चाहता, जैसे-चरम और परम = चरम-परम, भीरु और बेबस = भीरू-बेबस। दिन और रात = दिन-रात।
‘और’ के साथ आए शब्दों के जोड़े को ‘और’ हटाकर (-) योजक चिह्न भी लगाया जाता है। कभी-कभी एक साथ भी लिखा जाता है। द्वंद्व समास के बारह उदाहरण ढूँढ़कर लिखिए।
‘और’ के साथ आए शब्दों के जोड़े को ‘और’ हटाकर (-) योजक चिह्न भी लगाया जाता है। कभी-कभी एक साथ भी लिखा जाता है। द्वंद्व समास के बारह उदाहरण ढूँढ़कर लिखिए।
पाठ से तीनों प्रकार की संज्ञाओं के उदाहरण खोजकर लिखिए।
जीवन के महान मूल्यों के प्रति आस्था क्यों हिलने लगी है?
धर्म-भीरु लोग कानून की त्रुटियों से लाभ उठाने में संकोच क्यों नहीं करते?
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