अतीत दबे पाँव

Question

खुदाई में मिले महाकुंड के बारे में बताइए।

Answer

लेखक ने मोहनजोदड़ो की यात्रा की है। उसने वहाँ एक महाकुंड देखा जो स्तुप के टीले के पास था। इसके दाई तरफ एक लंबी गली है। इस महाकुंड की गली का नाम दैव मार्ग रखा गया है। लेखक के अनुसार यह संयोग भी हो सकता है कि इस पवित्र कुंड का दैवीय नाम रखा जाए। महाकुंड के बारे में यह भी माना जाता है कि सिंधु घाटी के लोग इसी कुंड में सामूहिक स्नान भी किया करते थे।

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Some More Questions From अतीत दबे पाँव Chapter

इस पाठ में एक ऐसे स्थान का वर्णन है, जिसे बहुत कम लोगों ने देखा होगा,प्रश्न 6. इस पाठ में एक ऐसे स्थान का वर्णन है, जिसे बहुत कम लोगों ने देखा होगा, परंतु इससे आपके मन में उस नगर की एक तसवीर बनती है। किसी ऐसे ऐतिहासिक स्थल, जिसको आपने नजदीक से देखा हो का वर्णन अपने शब्दों में कीजिए। परंतु इससे आपके मन में उस नगर की एक तसवीर बनती है। किसी ऐसे ऐतिहासिक स्थल, जिसको आपने नजदीक से देखा हो का वर्णन अपने शब्दों में कीजिए।

सिंधु-सभ्यता को जल-संस्कृति भी कह सकते है। इस कथन के पक्ष या विपक्ष में तर्क दीजिए।

सिन्धु घाटी सभ्यता का कोई लिखित साक्ष्य नहीं मिला है। सिर्फ अवशेषों के आधार पर ही धारणा बनाई है। इस लेख में मुअन जो-दड़ो के बारे में जो धारणा व्यक्त की गई है, क्या आपके मन में इससे कोई भिन्न धारणा या भाव भी पैदा होता है? इन संभावनाओं पर कक्षा में समूह चर्चा करें।

सिन्धु सभ्यता का पता कैसे चला था

लेखक राजस्थान और सिन्ध के प्राकृतिक वातावरण का वर्णन करते हुए किस अंतर को स्पष्ट करता है?

निम्न वर्ग के मकानों के बारे में लेखक का क्या अनुमान है?

ला-कार्बूजिए और मोहन- जोदड़ो के बीच किस संयोग के बारे में लेखक बताता है?

सिन्धु सभ्यता की सामाजिक एवं सांस्कृतिक विशेषता क्या है?

आधुनिक शहर नियोजन पर लेखक का दृष्टिकोण बताइए?

खुदाई में मिले महाकुंड के बारे में बताइए।