सुमित्रानंदन पंत
संदर्भ सहित आशय स्पष्ट करें -
घर में विधवा रही पतोहू
लछमी थी, यद्यपि पति घातिन,
संदर्भ-पंत जी की कविता ‘वे आँखें’ से अवतरित इन पंक्तियों में कवि ने किसान के दुर्भाग्य की कथा को बताया है। उसके पुत्र को जमींदारों के कारकुनों ने पीट पीटकर मार डाला था। इसका आरोप उसकी पुत्रवधू पर मढ़ दिया गया। मलय-किसान की पुत्रवधू विधवा हो गई। वह घर में रह रही थी। वह तो लक्ष्मी के समान थी, पर उस पर पति को मारने का आरोप जड़ दिया गया था। यह जमींदार और पुलिस की मिलीभगत का षड्यंत्र था।
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कविता में किसान की पीड़ा के लिए कीन्हें जिम्मेदार बताया गया है?
संदर्भ सहित आशय स्पष्ट करें -
उजरी उसके सिवा किसे कब
पास दुहाने आने देती?
संदर्भ सहित आशय स्पष्ट करें -
घर में विधवा रही पतोहू
लछमी थी, यद्यपि पति घातिन,
संदर्भ सहित आशय स्पष्ट करें -
पिछले सुख की स्मृति आँखों में
क्षण भर एक चमक है लाती,
तुरत शून्य में गड़ वह चितवन
तीखी नोक सदृश बन जाती।
किसान अपने व्यवसाय से पलायन कर रहे हैं। इस विषय पर परिचर्चा आयोजित करें तथा कारणों की भी पड़ताल करें।
‘वे आँखें’ कविता का प्रतिपाद्य लिखिए।
इस कविता पर किस वाद का प्रभाव है?
निन्नलिखित काव्य-पंक्तियों में निहित सौंदर्य स्पष्ट कीजिए-
अंधकार की गुहा सरीखी
उन आँखों से डरता है मन,
भरा दूर तक उनमें दारुण
दैन्य दुख का नीरव रोदन।
निन्नलिखित काव्य-पंक्तियों में निहित सौंदर्य स्पष्ट कीजिए:
उजरी उसके सिवा किसे कब
पास दुहाने आने देती।
अह, आँखों में नाचा करती
उजड़ गई जो सुख की खेती।
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