इस कविता पर किस वाद का प्रभाव है?
इस कविता पर प्रगतिवाद का प्रभाव है। प्रगतिवाद में शोषक वर्ग के विरुद्ध आवाज उठाई गई है। जमींदार और महाजन इसी वर्ग कै प्रतिनिधि हैं। किसान शोषित वर्ग का प्रतीक है। सभी उसका शो षण करते हैं। यही कारण है कि किसान सभी ओर से उपेक्षित और दुखी हो जाता है।