स्तालिन के सामूहिकीकरण कार्यक्रम की विवेचना करें।
- स्तालिन महसूस करता था कि सामूहिकीकरण निश्चित तौर पर अनाज की कमी की समस्या का समाधान करेगा।
- 1929 से पार्टी ने किसानों को सामूहिक फार्म(कोलखोज) में खेती करने के लिए बाध्य किया।
- ज़्यादातर ज़मीन और साज़ो -सामान सामूहिक खेतो के स्वामित्व मे सौंप दिए गए।
- सभी किसान सामूहिक खेतों पर काम करते थे और कोलखोज के मुनाफे को सभी किसानों के बीच बाँट दिया जाता था।
- इस फ़ैसले से गुस्साए किसानों ने सरकार का विरोध किया और वे अपने जानवरों को खत्म करने लगे। 1929 से 1931 के बीच मवेशियों की संख्या मे एक-तिहाई कमी आ गई।



