व्याख्या करें कि समाज किस प्रकार समाजवादियों के अनुसार बिना संपत्ति के चल सकता है। समाजवादी समाज का आधार क्या होगा ?
केवल व्यक्तिगत प्रयासों से बड़े पैमाने पर सहकारी समितियां नही बन सकेंगी ।
- समाजवादी चाहते थे कि सरकार सहकारी - समितियों को अवश्य प्रोत्साहित करे तथा पूंजीवादी उद्यमों (कल-कारखाने) को बदले।
- वे कहते थे कि सहकारी समितियां लोगो का संघ बने जो मिल जुलकर वस्तुओं का उत्पादन करे और सदस्यों द्वारा किए गए काम के अनुसार उनमें मुनाफे को बाँट दे।
- तर्क के इस निकाय के साथ अधिक विचार जोड़े गए।
- ये विचार कार्ल मार्क्स और फ्रेडरिक एंगेल्स द्वारा जोड़े गये। मार्क्स ने तर्क किया कि औधोगिक समाज पूँजीवादी है। पूंजीपति कल-कारखानों में निदेश किए गए पूंजी पर अधिकार रखते हैं।
- मुनाफा जो पूंजीपतियों को इन कारखानों के माध्यम से मिला है, मजदूरों द्वारा उत्पादित हैं । मज़दूरों ने मुनाफे में योगदान दिया है, पर उनको कुछ मी प्राप्त नहीं होता है।



