लोकतंत्र के खिलाफ दिए जाने वाले इन तर्कों का जवाब दीजिए:
अगर आध्यात्मिक मामलों में मार्गदर्शन के लिए हम धर्म-गुरुओं की ज़रूरत होती है तो उन्हीं को राजनैतिक मामलों में मार्गदर्शन का काम क्यों नहीं सौंपा जाएl देश पर धर्म-गुरुओं का शासन होना चाहिए।
लोकतंत्र आध्यात्मिक मामलो से बहुत अलग है। धर्म एक व्यक्तिगत विषय हैl लोकतंत्र हमारी भौतिक समस्याओं से जुड़ा है जो सबकी लगभग एक जैसी ही है। लेकिन देश के सभी लोगो का धर्म एक नहीं हैl धार्मिक नेता पूर्वाग्रहों से प्रभावित हो सकते हैl अतः वे किसी वर्ग के साथ न्याय नहीं कर पाएंगे लोकतंत्र को धर्म से जोड़ना अनुचित हैl



