उन्नीसवीं सदी के ब्रिटेन में आए ऐसे कुछ सामाजिक बदलावों की चर्चा करें जिनके बारे में टॉमस हार्डी और चार्ल्स डिकेन्स ने लिखा है।
चार्ल्स डिकेन्स:
चार्ल्स डिकेन्स ने लोगों के जीवन व चरित्र पर औद्योगीकरण के दुष्प्रभावों के बारे में लिखा। उनके उपन्यास हार्ड टाइम्स (1854) में वर्णित कोकाटाउन एक उदास काल्पनिक औद्योगिक शहर है, जहाँ मशीनों की भरमार है, धुआँ उगलती चिमनियाँ हैं, प्रदूषण से स्याह पड़ी नदियाँ हैं, और मकान सब एक-से। मज़दूरों को यहाँ 'हाथ' की संज्ञा से जाना जाता है, और मशीन चलाने के अलावा उनकी कोई और अस्मिता नहीं।
उनका ओलिवर ट्विस्ट (1838) एक ऐसे अनाथ की कहानी कहता है, जिससे छोटे-मोटे अपराधियों और भिखारियों की दुनिया में रहना पड़ा। एक निर्मम वर्कहॉउस या कामघर में पलने-बढ़ने के बाद ओलिवर को अंतत: एक अमीर ने गोद ले लिया और वह सुख से रहने लगा।
थॉमस हार्डी:
उन्नीसवीं सदी के उपन्यासकार थॉमस हार्डी ने इंग्लैंड के तेज़ी से ग़ायब होते देहाती समुदायों के बारे में लिखा। यह वही समय था, जब बड़े किसानों ने अपनी ज़मीनों को बाड़ाबंद कर लिया था, और मशीनों पर मज़दूर लगाकर उन्होंने बाज़ार के लिए उत्पादन शुरू कर दिया था।