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उपन्यास,समाज और इतिहास

Question
CBSEHHISSH10018568

तकनीक और समाज में आए उन बदलावों के बारे में बतलाइए जिनके चलते अठारहवीं सदी के यूरोप में उपन्यास पढ़ने वालों की संख्या में वृद्धि हुई।     

Solution

तकनीक और समाज में आए बदलाव:

(i) तकनीकी सुधार से छपाई के ख़र्चे में कमी आई और मार्केटिंग के नए तरीक़ों से किताबों की बिक्री बढ़ी।

(ii) उन्नीसवीं सदी में यूरोप ने औद्योगिक युग में प्रवेश किया। फैक्टरियाँ आईं, व्यवसाय में मुनाफे बढ़े, अर्थव्यस्था फैली।

(iii) उपन्यास मध्यवर्गीय लोगों, जैसे दुकानदार और क्लर्क के साथ-साथ अभिजात तथा भद्र समाज के लिए भी आकर्षण का केंद्र बने।

(iv) उपन्यासों ने महिलाओं से जुड़े हुए अनेक मामलों; जैसे प्रेम और विवाह, नर-नारी के लिए उपयुक्त आचरण के सामाजिक बिंदुओं को छुआ जिससे महिलाएँ उपन्यासों की ओर आकर्षित हुईं।
(v) 1740 ई. में किराए पर चलने वाले पुस्तकालयों की स्थापना की गई। ये पुस्तकालय पाठकों को बहुत काम किराए पर पुस्तकें उपलब्ध कराते थे। अत: उपन्यासों को पढ़ने के प्रति लोगों का रुझान बढ़ गया ।

Some More Questions From उपन्यास,समाज और इतिहास Chapter

उन्नीसवीं सदी के ब्रिटेन में आए ऐसे कुछ सामाजिक बदलावों की चर्चा करें जिनके बारे में टॉमस हार्डी और चार्ल्स डिकेन्स ने लिखा है।   

उन्नीसवीं सदी के यूरोप और भारत, दोनों जगह उपन्यास पढ़ने वाली औरतों के बारे में जो चिंता पैदा हुई उसे संक्षेप में लिखें। इन चिंताओं से इस बारे में क्या पता चलता है कि उस समय औरतों को किस तरह देखा जाता था?

औपनिवेशिक भारत में उपन्यास किस तरह उपनिवेशकारों और राष्ट्रवादियों, दोनों के लिए लाभदायक था?

इस बारे में बताएँ कि हमारे देश में उपन्यासों में जाति के मुद्दे को किस तरह उठाया गया। किन्हीं दो उपन्यासों का उदहारण दें और बताएँ कि उन्होंने पाठको को मौजूदा सामाजिक मुद्दों के बारे में सोचने को प्रेरित करने के लिए क्या प्रयास किए। 

बताइए कि भारतीय उपन्यासों में एक अखिल भारतीय जुड़ाव का अहसास पैदा करने के लिए किस तरह की कोशिशें की गई।