बताइए कि भारतीय उपन्यासों में एक अखिल भारतीय जुड़ाव का अहसास पैदा करने के लिए किस तरह की कोशिशें की गई।
भारतीय उपन्यासकारों ने अपने उपन्यासों द्वारा अखिल भारतीय जुड़ाव का अहसास पैदा करने के लिए निम्न प्रयास किए-
(i) उन्होंने मराठो और राजपूतों की वीरतापूर्ण कारनामों तथा देश भक्ति द्वारा लोगों में एक राष्ट्र होने का भाव उत्पन्न किया।
(ii) भारतीय उपन्यासों में अंग्रेज़ी शासन के उत्पीड़न को उजागर किया गया। इस उत्पीड़न का शिकार भारत के लगभग सभी वर्ग थे। इससे भारतीयों में अखिल भारतीयता का अहसास उत्पन्न हुआ।
(iii) उन्होंने अपने उपन्यासों में जिस राष्ट्र की कल्पना की वह साहस, वीरता और त्याग से ओत-प्रोत था। इस कल्पना ने भारतियों में इसी तरह के वास्तविक राष्ट्र का सपना जगाया।
(iv) उपन्यासों में गौरवमय अतीत का गुणगान किया गया जिससे एक साझे राष्ट्र की भावना को लोकप्रिय बनाने में मदद मिली।
(v) भारतीय उपन्यासों में समाज के प्रत्येक वर्ग और प्रत्येक समुदाय के चरित्रों को प्रस्तुत किया गया। इससे लोगों को यह पता चला की ये सभी वर्ग तथा समुदाय एक ही राष्ट्र का अंग है। यही सोच अखिल भारतीयता का मजबूत आधार बनी।