इस अध्याय में आपने जो पढ़ा है, उसके हवाले से वियतनाम की संस्कृति और जीवन पर चीन के प्रभावों की चर्चा करें।
जिसे आज उत्तरी और मध्य वियतनाम कहा जाता है जब वहाँ एक स्वतंत्र देश की स्थापना कर ली गई तो भी वहाँ के शासकों ने न केवल चीनी शासन व्यवस्था को बल्कि चीनी संस्कृति को भी अपनाए रखा।
(1) वियतनाम उस रास्ते से भी जुड़ा रहा है जिसे समुद्री सिल्क रूट कहा जाता था। इस रास्ते से वस्तुओं , लोगों और विचारों की खूब आवाजाही चलती थी।
(2) वियतनामियों के धार्मिक विश्वास बौद्ध धर्म, कन्फ्यूशियसवाद और स्थानीय रीती-रिवाजों पर आधारित थे। कन्फ्यूशियस एक महान विचारक, धार्मिक नेता और चीन के दार्शनिक थे, जिनकी शिक्षाओं ने वियतनाम सहित कई पड़ोसी देशों को प्रभावित किया।
(3) पुरे इंडो -चीन से गुजरने वाला एक विशाल रेल नेटवर्क बनाया गया। इसके माध्यम से वियतनाम के उत्तरी और दक्षिणी भाग चीन से जुड़ गए। जिसने दोनों देशों के रिश्तों को मज़बूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
(4) वियतनाम के धनि और अभिजात्य तबके के लोग चीनी संस्कृति से गहरे तौर पर प्रभावित हुए थे।



