ध्वनि

Question
CBSEHHISCH9007073

ध्वनि तरंगों के परवर्तन के दो व्यवहारिक उपयोग लिखिए। 

Solution

1) पराध्वनि संसूचक एक ऐसा यंत्र है जो पराध्वनि तरंगों का उपयोग करके मानव शरीर के आतंरिक अंगों का प्रतिबिंब प्राप्त करने लिए काम में लाया जाता है।

2) पराध्वनि का उपयोग गुर्दे की छोटी पथरी को बारीक कणों में तोड़ने के लिए भी किया जा सकता है।

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Some More Questions From ध्वनि Chapter

ध्वनि तरंगों की प्रवृत्ति अनुदैर्ध्य क्यों है?

ध्वनि का कौन-सा अभिलक्षण किसी अन्य अँधेरे कमरे में बैठे आपके मित्र की आवाज़ पहचानने में आपकी सहायता करता है?

तड़ित की चमक तथा गर्जन साथ- साथ उत्पन्न होते हैं लेकिन चमक दिखाई देने के कुछ सेकंड पश्चात गर्जन सुनाई देती है ऐसा क्यों होता है? 


दो बालक किसी अलुमिनियम पाइप के दो सिरों पर हैं। एक बालक पाइप के एक सिरे पर पत्थर से आघात करता है। दुसरे सिरे पर स्थित बालक तक वायु तथा अलुमिनियम से होकर जाने वाली ध्वनि तरंगों द्वारा लिए गए समय का अनुपात ज्ञात कीजिए।

किसी ध्वनि के स्रोत की आवृत्ति 100Hz है। एक मिनट में यह कितनी बार कंपन करेगा?

क्या ध्वनि परावर्तन के उन्हीं नियमों का पालन करती है जिनका कि प्रकाश की तरंगें करती हैं? इन नियमों को बताइए। 

ध्वनि का एक स्रोत किसी परावर्तक सतह के सामने रखने पर उसके द्वारा प्रदत्त ध्वनि तरंग की प्रतिध्वनि सुनाई देती है। यदि स्रोत तथा परावर्तक सतह की दूरी स्थिर रहे तो किस दिन प्रतिध्वनि अधिक सुनाई देगी?
(i) जिस दिन तापमान ज़्यादा हो।
(ii) जिस दिन तापमान कम हो।

ध्वनि तरंगों के परवर्तन के दो व्यवहारिक उपयोग लिखिए। 

500 मीटर ऊँची किसी मीनार की चोटी से एक पत्थर मीनार के आधार पर स्थित एक पानी के तालाब में गिराया जता है। पानी में इसके गिरने की ध्वनि चोटी पर कब सुनाई देगी? g = 10 ms–2 and speed of sound = 340 ms–1

एक ध्वनि तरंग 339 ms–1 की चाल से चलती है। यदि इसकी तरंगदैर्ध्य 1.5 cm हो तो तरंग की आवृत्ति कितनी होगी? क्या ये श्रव्य होगी?