‘मोहनजो-दड़ो’ के उत्खनन से प्राप्त जानकारियों के आधार पर सिंधु-सभ्यता की विशेषताओं पर एक लेख लिखिए।
सिंधु-सभ्यता की विशेषताएँ : - सिंधु-सभ्यता साधन सम्पन्न थी, पर उसमें भव्यता का आडम्बर नहीं था। इसमें नगर बहुत सुनियोजित थे। - सिंधु सभ्यता के नगरों की सड़कें समकोण पर काटती थी। वे खुली और साफ थीं। - सिंधु-सभ्यता में पानी की निकासी की उत्तम व्यवस्था थी। नालियाँ पक्की एवं ढकी हुई थीं। - सिंधु-सभ्यता को ‘लो-प्रोफाइल’ सभ्यता कहा जा सकता है। मोहनजो-दड़ो की खुदाई में ऐसी चीजें नहीं मिली हैं जो राजसत्ता या धर्मसत्ता का प्रभाव दर्शाती हों। - इस सभ्यता में सामूहिक स्नानागार मिले हैं। - इस सभ्यता में ताँबे के उपयोग के प्रमाण मिले हैं। - खेती एवं व्यापार के प्रमाण मिले हैं। - इस सभ्यता से लोगों की कलात्मक रुचि का पता चलता है - पशु-पक्षियों की मनोहर छवियाँ, मुहरों पर बारीकी से उत्कीर्ण की गई कलाकृतियाँ, केश-विन्यास, आभूषण, सुघड़ अक्षरों की लिपि इस बात को सिद्ध करने को काफी हैं। - हर नगर में अनाज भंडार घर की व्यवस्था थी।- यहाँ की सभ्यता में पक्की ईंटों वाले घरों का पता चला है। घर छोटे-बड़े दोनों प्रकार के हैं।