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अतीत दबे पाँव

Question
CBSEENHN12026874

सिन्धु-घाटी सभ्यता के अवशेषों को देखकर घाटी की संस्कृति और सभ्यता के विषय में अपनी धारणा को ‘अतीत में दबे पाँव’ पाठ के आधार पर स्पष्ट कीजिए।

Solution

‘सिंधु घाटी की सभ्यता’ के अवशेषों के आधार पर हम कह सकते हैं कि यह सभ्यता संपन्न तो थी, पर इसमें कोई आडंबर नहीं था। इस बात के पीछे कई कारण हैं। मुअनजोदड़ों शहर का व्यवस्थित ढांचा और मकानों की बनावट आदि से पहली नजर में यह बात सामने आ जाती है। वहाँ की सड़कों की बनावट सीधी सादी थी। सड़कें उचित रूप से चौड़ी और साफ थीं। मकान की बनावट बहुत भव्य नहीं थी। अधिकांश मकानों पर सामूहिक अधिकार था। स्नानागार, पूजास्थल, सामुदायिक भवनों आदि के आधार पर यह बात प्रमाणित होती है। ताँबे का उपयोग, कपास का उपयोग, खेती करने का प्रमाण, दूसरे देशों से व्यापार आदि के माध्यम से हमें पता चलता है कि यह सभ्यता हर तरह से साधन सम्पन्न थी। हड़प्पा संस्कृति में भव्य राजप्रसाद या मंदिर जैसी चीजें नहीं मिलती हैं। इसी के साथ वहाँ न तो राजाओं से जुड़े कोई भव्य-चिह्न मिलते हैं और न संतों-महात्माओं की समाधियाँ। वहाँ मकान हैं तो उचित रूप में। अगर मूर्ति शिल्प है तो छोटे-छोटे, इसी प्रकार औजार भी होते ही हैं। लेखक इन्हीं बातों के आधार पर कहता है कि मुअनजो-दड़ों सिन्धु सभ्यता का सबसे बड़ा शहर ही नहीं था बल्कि उसे साधनों और व्यवस्थाओं को देखते हुए सबसे समृद्ध भी माना गया है। फिर भी उसकी सम्पन्नता की बात कम हुई है तो शायद इसलिए कि इसमें भव्यता का आडंबर नहीं है।

Some More Questions From अतीत दबे पाँव Chapter

टूटे-फूटे खंडहर, सभ्यता और संस्कृति के इतिहास के साथ-साथ धड़कती जिंदगियों के अनहुए समयों का भी दस्तावेज होते हैं-इस कथन का भाव स्पष्ट कीजिए।

इस पाठ में एक ऐसे स्थान का वर्णन है, जिसे बहुत कम लोगों ने देखा होगा,प्रश्न 6. इस पाठ में एक ऐसे स्थान का वर्णन है, जिसे बहुत कम लोगों ने देखा होगा, परंतु इससे आपके मन में उस नगर की एक तसवीर बनती है। किसी ऐसे ऐतिहासिक स्थल, जिसको आपने नजदीक से देखा हो का वर्णन अपने शब्दों में कीजिए। परंतु इससे आपके मन में उस नगर की एक तसवीर बनती है। किसी ऐसे ऐतिहासिक स्थल, जिसको आपने नजदीक से देखा हो का वर्णन अपने शब्दों में कीजिए।

सिंधु-सभ्यता को जल-संस्कृति भी कह सकते है। इस कथन के पक्ष या विपक्ष में तर्क दीजिए।

सिन्धु घाटी सभ्यता का कोई लिखित साक्ष्य नहीं मिला है। सिर्फ अवशेषों के आधार पर ही धारणा बनाई है। इस लेख में मुअन जो-दड़ो के बारे में जो धारणा व्यक्त की गई है, क्या आपके मन में इससे कोई भिन्न धारणा या भाव भी पैदा होता है? इन संभावनाओं पर कक्षा में समूह चर्चा करें।

सिन्धु सभ्यता का पता कैसे चला था

लेखक राजस्थान और सिन्ध के प्राकृतिक वातावरण का वर्णन करते हुए किस अंतर को स्पष्ट करता है?

निम्न वर्ग के मकानों के बारे में लेखक का क्या अनुमान है?

ला-कार्बूजिए और मोहन- जोदड़ो के बीच किस संयोग के बारे में लेखक बताता है?

सिन्धु सभ्यता की सामाजिक एवं सांस्कृतिक विशेषता क्या है?

आधुनिक शहर नियोजन पर लेखक का दृष्टिकोण बताइए?