सौंदलगेकर कौन थे तथा उनकी क्या विशेषता थी?
श्री सौंदलगेकर मराठी भाषा के अध्यापक थे। वे मराठी भाषा को बड़ी रुचि लेकर पढ़ाते थे। उनके पड़ाने का ढंग दूसरों से अलग था। वे पढ़ाई कराने में पूरी तरह रम जाते थे। उन्हें छंद तथा सुरों का अच्छा ज्ञान था। उनका स्वर मधुर था। वे गा-गाकर कविता पाठ करवाते थे। वे कविता गाते समय अभिनय भी करते थे। उनकी इन बातों से आनंदा बहुत प्रभावित हुआ।