चार्ली हमारी वास्तविकता हे, जबकि सुपरमैन स्वप्न आप इन दोनों में खुद को कहाँ पाते है?
चार्ली के अभिनय को देखकर लगता है कि अभिनय न होकर वास्तविकता है। सुपरमैन की संकल्पना स्वप्न जैसी है। मूलत: हम सभी चार्ली हैं। हम सुपरमैन हो ही नहीं सकते।
हम इन दोनों में खुद को चार्ली के निकट पाते हैं क्योंकि वह हमारे जैसा है।