निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिये:-
आगे भी इस देश में जो प्रधान शासक आए, अंत में उनको जाना पड़ा। इससे आपका जाना भी परंपरा की चाल से कुछ अलग नहीं है, तथापि आपके शासन-काल का नाटक घोर दुखांत है, और अधिक आश्चर्य की बात यह है कि दर्शक तो क्या, स्वयं सूत्रधार भी नहीं जानता था कि उसने जो खेल सुखांत समझकर खेलना आरंभ किया था, वह दुखांत हो जावेगा। जिसके आदि में सुख था, मध्य में सीमा से बाहर सुख था, उसका अंत ऐसे शोर दुख के साथ कैसे हुआ? आह! घमंडी खिलाड़ी समझता है कि दूसरों को अपनी लीला दिखाता हूँ। किन्तु पर्दे के पीछे एक और ही लीलामय की लीला हो रही है, यह उसे खबर नहीं!
1. किस परंपरा का उल्लेख किया गया है?
2. अधिक आश्चर्य की बात क्या है?
3. घमंडी खिलाड़ी क्या समझता है? पर वास्तविकता क्या होती है?
1. लेखक ने उस परंपरा का उल्लेख किया है कि जो आता है, उसे जाना ही पड़ता है। पहले भी प्रधान शासक आते रहे हैं और उन्हें भी जाना पड़ा है। लॉर्ड कर्जन भी इसी परंपरा के एक अंग थे।
2. अधिक आश्चर्य की बात यह है कि दर्शक तो क्या स्वयं सूत्रधार भी नहीं जानता था कि उसने जो खेल सुखांत समझकर खेलना आरंभ किया था, वह दुखांत हो जाएगा। लॉर्ड कर्जन का आरंभ सुखी था, मध्य सुखी था, पर अंत घोर दुख में हुआ। भला यह कैसे हो गया?
3. घमंडी खिलाड़ी यह समझता है कि वह दूसरों को लीला दिखा रहा है, किन्तु पर्दे के पीछे एक और ही लीलामय की लीला चल रही होती है। उसे इसकी खबर नहीं होती।