बिचारिए तो, क्या शान आपकी इस देश में थी और क्या हो गई! कितने ऊँचे होकर आप कितने नीचे गिरे! - आशय स्पष्ट कीजिए।
इस कथन का आशय यह है कि यह विचारने की बात है कि लॉर्ड कर्जन की शान-शौकत सर्वोच्च स्तर पर थी। वे सबसे ऊँचे थे, शेष सभी उनसे नीचे थे। सेवा काल के अंत में उनका पतन हो गया। वे अपने ऊँचे पद से नीचे आ गिरे। उन्हें इस देश से चले जाने का हुक्म मिला। ब्रिटिश सरकार ने उनकी बात नहीं मानी। लॉर्ड कर्जन की बड़ी किककिरी हुई।
विचरिए तो क्या शान आपकी इस देश में थी और क्या हो गई लेखक ने यह पंक्ति कर्जन के लिए कही है।वह कहते है कि कर्जन का भारत में एक अलग ही शान, रुतबा और वैभव था। सम्पूर्ण प्रजा, प्रशासन, राजा, धनी व्यापारी, मंत्री अनेक अंतर्गत काम करते थे। जहाँ तक सम्राट के भाई का पद भी इनसे नीचे था।इनका प्रभुत्व अधिक देखने को मिलता है।इनकी पत्नी की सोने की कुर्सी थीं लेकिन इस्तीफ़ा देने से इनकी पूरी शान एक पल में ही नीचे गिर गई।