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विदाई - संभाषण

Question
CBSEENHN11012019

बिचारिए तो, क्या शान आपकी इस देश में थी और क्या हो गई! कितने ऊँचे होकर आप कितने नीचे गिरे! - आशय स्पष्ट कीजिए।

Solution

इस कथन का आशय यह है कि यह विचारने की बात है कि लॉर्ड कर्जन की शान-शौकत सर्वोच्च स्तर पर थी। वे सबसे ऊँचे थे, शेष सभी उनसे नीचे थे। सेवा काल के अंत में उनका पतन हो गया। वे अपने ऊँचे पद से नीचे आ गिरे। उन्हें इस देश से चले जाने का हुक्म मिला। ब्रिटिश सरकार ने उनकी बात नहीं मानी। लॉर्ड कर्जन की बड़ी किककिरी हुई।

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विचरिए तो क्या शान आपकी इस देश में थी और क्या हो गई लेखक ने यह पंक्ति कर्जन के लिए कही है।वह कहते है कि कर्जन का भारत में एक अलग ही शान, रुतबा और वैभव था। सम्पूर्ण प्रजा, प्रशासन, राजा, धनी व्यापारी, मंत्री अनेक अंतर्गत काम करते थे। जहाँ तक सम्राट के भाई का पद भी इनसे नीचे था।इनका प्रभुत्व अधिक देखने को मिलता है।इनकी पत्नी की सोने की कुर्सी थीं लेकिन इस्तीफ़ा देने से इनकी पूरी शान एक पल में ही नीचे गिर गई।

Some More Questions From विदाई - संभाषण Chapter

बिचारिए तो, क्या शान आपकी इस देश में थी और क्या हो गई! कितने ऊँचे होकर आप कितने नीचे गिरे! - आशय स्पष्ट कीजिए।

आपके और यहाँ के निवासियों के बीच कोई तीसरी शक्ति भी है-यहाँ तीसरी शक्ति किसे कहा गया है?

पाठ का यह अंश ‘शिवशंभु के चिट्ठे’ से लिया गया है। शिवशंभु नाम की चर्चा पाठ में भी हुई है। बालमुकुंद गुप्त ने इस नाम का उपयोग क्यों किया होगा?

नादिर से भी बढ्कर आपकी जिद्द हैं - कर्जन के संदर्भ में क्या आपको यह बात सही लगती है? पक्ष या विपक्ष में तर्क दीजिए।

क्या आँख बंद करके मनमाने हुक्म चलाना और किसी की कुछ की कुछ न सुनने का नाम ही शासन है ?-इन पंक्तियों को ध्यान में रखते हुए शासन क्या है? इस पर चर्चा कीजिए।

इस पाठ में आए अलिफ़ लैला, अलहदीन, अबुल हसन और बगदाद के खलीफा के बारे में सूचना एकत्रित कर कक्षा में चर्चा कीजिए।

इससे आपका जाना भी परंपरा की चाल से कुछ अलग नहीं है, तथापि आपके शासनकाल का नाटक घोर दुखांत है, और अधिक आश्चर्य की बात यह है कि दर्शक तो क्या, स्वयं सूत्रधार भी नहीं जानता था कि उसने जो खेल सुखांत समझकर खेलना आरंभ किया था, वह दुखांत हो जावेगा।

यहाँ की प्रजा ने आपकी जिद्द का फल यहीं देख लिया। उसने देख लिया कि आपकी जिस जिद्द ने इस देश की प्रजा को पीड़ित रखा, आपको भी उसने कम पीड़ा न दी, यहाँ तक कि आप स्वयं उसका शिकार हुए।

वे दिन-रात यही मनाते थे कि जल्द श्रीमान् यहाँ से पधारें। सामान्य तौर पर आने के लिए पधारें शब्द का इस्तेमाल किया जाता है। यहाँ पधारें शब्द का क्या अर्थ है?

पाठ में से कुछ वाक्य नीचे दिए गए हैं, जिनमें भाषा का विशिष्ट प्रयोग (भारतेन्दु युगीन हिन्दी) हुआ है। उन्हें सामान्य हिन्दी में लिखिए-

(क) आगे भी इस देश में जो प्रधान शासक आए, अंत को उनको जाना पड़ा।

(ख) आप किस को आए थे और क्या कर चले?

(ग) उनका रखाया एक आदमी नौकर न रखा।

(घ) पर आशीर्वाद करता हूँ कि तू फिर उठे और अपने प्राचीन गौरव और यश का फिर से लाभ करे।