लेखिका ने मियाँ नसीरुद्दीन से वक्त की बात क्यों की? मियाँ ने क्या उत्तर दिया और अखबारनवीस पर क्या टिप्पणी की?
मियाँ नसीरुद्दीन से लेखिका ने पूछा- 'आपसे कुछ एक सवाल पूछने थे आपको वक्त हो तो.....'
मियाँ नसीरुद्दीन ने पंचहजारी अंदाज से सिर हिलाया- 'निकाल लेंगे वक्त थोड़ा, पर यह तो कहिए, आपको पूछना क्या है?'
फिर घूरकर देखा और अखबारनवीस पर टिप्पणी करते हुए कहा- 'मियाँ, कहीं अखबारनवीस तो नहीं हो? यह तो खोजियों की खुराफात है । हम तो अखबार बनाने वाले और अखबार पड़ने वाले-दोनों को ही निठल्ला समझते हैं । हाँ, कामकाजी आदमी को इससे क्या काम है । खैर, आपने यहाँ तक आने की तकलीफ उठाई ही है तो पूछिए-क्या पूछना चाहते हैं! '