Question
लेखक ने स्वीकार किया है कि लोगों ने उन्हें भी धोखा दिया है फिर भी वह निराश नहीं है। आपके विचार से इस बात का क्या कारण हो सकता है?
Solution
लेखक ने जीवन में दूसरे लोगों से कई बार धोखा खाया है, ठगा भी गया है लेकिन फिर भी वह निराश नहीं है। उसके जीवन में ऐसे अवसर भी आए हैं जब लोगों ने एक-दूसरे की सहायता की है, निराश मन को हौसला भी दिया है। टिकट बाबू द्वारा बचे हुए पैसे लेखक को लौटाना, बस कंडक्टर द्वारा दूसरी बस व बच्चों के लिए दूध लाना आदि ऐसी ही घटनाएँ हैं। इसलिए उसे विश्वास है कि समाज में मानवता, प्रेम, आपसी सहयोग समाप्त नहीं हाे सकते।