Question
नीचे लिखे गद्यांश को पढ़िए और पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
बस की रफ्तार अब पंद्रह-बीस मील हो गई थी। मुझ उसके किसी हिस्से पर भरोसा नहीं था। ब्रेक फेल हो सकता है, स्टीयरिंग टूट सकता है। प्रकृति के दृश्य बहुत लुभावने थे। दोनों तरफ हरे- भरे पेड़ थे जिन पर पक्षी बैठ थे। मैं हर पेड़ को अपना दुश्मन समझ रहा था। जो भी पेड़ आता, डर लगता कि इससे बस टकराएगी। वह निकल जाता तो दूसरे पेड़ का इंतजार करता। झील दिखती तो सोचता कि इसमें बस गोता लगा जाएगी।
सड़क के दोनों और प्रकृति के कैसे दृश्य थे?
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हरे-भरे पेड़ थे जिस पर पक्षी बैठ थे।
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नदी बह रही थी।
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झीलें ही झीलें थीं।
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चारों ओर बादल छाए थे।
Solution
A.
हरे-भरे पेड़ थे जिस पर पक्षी बैठ थे।