रजिया सज्जाद जहीर

Question

भारत-पाकिस्तान के आपसी संबंधों को सुधारने के लिए दोनों सरकारें प्रयासरत हैं। व्यक्तिगत तौर पर आप इसमें क्या योगदान ने सकते हैं?

Answer

यह सही है कि भारत-पाकिस्तान के आपसी संबंधों को सुधारने के लिए दोनों सरकारें प्रयासरत हैं। समय-समय पर अनेक उपायों की घोषणा की जाती रहती है। 13 अप्रैल, 2006 को पाकिस्तान के राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने भारत के युद्धबंदियों से उनके परिवारों को मिलने की छूट दी। कभी-कभी इन प्रयासों में बाधा भी आ जाती है।

व्यक्तिगत तौर पर हम इसमें यह योगदान दे सकते हैं कि पाकिस्तान के लोगों के साथ मित्रता के संबंध बनाएँ। वहाँ से आने वाले कलाकारों का स्वागत-सत्कार करें। हम भी पाकिस्तान की यात्रा करें, वहाँ खेलने जाएँ। वहाँ के खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाएँ। यदि हम भी चाहें तो दोनों देशों के संबंधों को मधुर बना सकते हैं। हम गीत-संगीत के कार्यक्रमों में हिस्सेदारी कर सकते हैं।

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साफिया के भाई ने नमक की पुड़िया ले जाने से क्यों मना कर दिया?

नमक की पुड़िया ले जाने के संबंध में साफिया के मन में क्या द्वंद्व था?

जब साफिया अमृतसर पुल पर चढ़ रही थी तो कस्टम ऑफिसर निचली सीढ़ी के पास सिर झुकाए चुपचाप क्यों खड़े थे?

‘लाहौर अभी तक उनका वतन है और देहली मेरा या मेरा वतन ढाका है’ जैसे उद्गार किस सामाजिक यथार्थ का संकेत करते हैं?

नमक ले जाने के बारे में साफिया के मन में उठे द्वंद्वों के आधार पर उसकी चारित्रिक विशेषताओं को स्पष्ट कीजिए।

‘मानचित्र पर एक लकीर खींच देने भर से जमीन और जनता बँट जाती है’ -उचित तर्कों व उदाहरणो के जरिए इसकी पुष्टि करें।

नमक कहानी में भारत व पाक की जनता के आरोपित भेदभावों के बीच मुहब्बत का नमकीन स्वाद खुला हुआ है, कैसे?

क्या सब कानून हकूमत के ही होते हैं, कुछ मुहब्बत, मुरौवत, आदमियत, इंसानियत के नहीं होते?

भावना के स्थान पर बुद्धि धीरे-धीरे हावी हो रही थी।

मुहब्बत तो कस्टम से इस तरह गुजर जाती है कि कानून हैरान रह जाता है।