नागार्जुन - यह दंतुरित मुसकान

Question

निम्नलिखित पद्यांश को पढ़कर उसकी सप्रसंग व्खाया कीजिये:
तुम्हारी यह दंतुरित मुसकान
मृतक में भी डाल देगी जान
धूलि-धूसर तुम्हारे ये गात....
छोड़कर तालाब मेरी झोंपड़ी में खिल रहे जलजात
परस पाकर तुम्हारा ही प्राण,
पिघलकर जल बन गया होगा कठिन पाषाण
छू गया तुमसे कि झरने लग पड़े शेफालिका के फूल
बांस था कि बबूल?
तुम मुझे पाए नहीं पहचान?
देखते ही रहोगे अनिमेष!
थक गए हो?
आंख लूं मैं फेर?
क्या हुआ यदि हो सके परिचित न पहली बार?

Answer

प्रसंग- प्रस्तुत पंक्तियां हमारी पाठ्‌य-पुस्तक क्षितिज भाग–2 में संकलित कविता ‘यह दंतुरित मुसकान’ से ली गई हैं। इसके रचयिता श्री नागार्जुन हैं। कवि घुमक्कड़ स्वभाव का था और जगह-जगह घूमता रहता था। उसने जब अपने छोटे से बच्चे के मुँह में छोटे-छोटे दाँत देखे तो उसे अपार प्रसन्नता हुई। उसने अपने भावों को अनेक बिंबों के माध्यम से प्रकट किया।

व्याख्या- कवि अपने छोटे से बच्चे को संबोधित करता हुआ कहता है कि तुम्हारे छोटे-छोटे दाँतों से सजे हुए और भरे मुंह की मुसकान इतनी आकर्षक है कि वह तो मृतकों में भी जान डालने की क्षमता रखती है। वह तो जीवन का संदेश देती है। तुम्हारे शरीर का अंग-प्रत्यंग धूल-मिट्‌टी में सना हुआ है। मुझे ऐसा लगता है कि तुम तालाब को छोड़ कर मेरी निर्धन की झोंपड़ी में खिलने वाले कमल हो। वह तालाब भी पहले पत्थर होगा पर तुम्हारे प्राणों का स्पर्श पा कर वह पिघल गया होगा और जल बन गया होगा। चाहे वह बाँस हो या बबूल, पर तुम से छू कर उससे भी शेफालिका के कोमल फूल झड़ने लगते हैं। कवि उस नन्हें बच्चे से पूछता है कि क्या उसने उसे पहचाना था कि नहीं। क्या वह नन्हा बच्चा हैरानी से भर कर बिना पलकें झपकाए लगातार उसकी ओर देखता ही रहेगा? क्या वह थक गया था? क्या वह उससे मुंह फेर ले? कवि कहता है कि यदि वह उसे पहले पहचान नहीं पाया तो भी कोई बात नहीं। भाव है कि वह अभी बहुत छोटा है पर वह बहुत भोला-भाला और सुंदर है।

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Some More Questions From नागार्जुन - यह दंतुरित मुसकान Chapter

बच्चे की मुसकान और एक बड़े व्यक्ति की मुसकान में क्या अंतर है?

कवि ने बच्चे की मुसकान के सौंदर्य को किन-किन बिंबों के माध्यम से व्यक्त किया है?

भाव स्पष्ट कीजिए-
छोड़कर तालाब मेरी झोंपड़ी में खिल रहे जलजात।

भाव स्पष्ट कीजिए-
छू गया तुम से कि झरने लग पड़े शेफालिका के फूल 
बाँस था कि बबूल?

मुसकान और क्रोध भिन्न-भिन्न भाव हैं। इसकी उपस्थिति से बने वातावरण की भिन्नता का चित्रण कीजिये

बच्चे से कवि की मुलाकात का जो शब्द-चित्र उपस्थित हुआ है उसे अपने शब्दों में लिखिए।

आप जब भी किसी बच्चे से पहली बार मिलें तो उसके हाव-भाव, व्यवहार आदि को सूक्ष्मता से देखिए और उस अनुभव को कविता या अनुच्छेद के रूप में लिखिए।

कवि के अनुसार फसल क्या है?

कविता में फसल उपजाने के लिए आवश्यक तत्वों की बात कही गई है। बे आवश्यक तत्त्व कौन-कौन से हैं?

फसल को ‘हाथों से स्पर्श की गरिमा’ और ‘महिमा’ कहकर क्या व्यक्त करना चाहता है?