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नागार्जुन - यह दंतुरित मुसकान

Question
CBSEENHN10001748

आप जब भी किसी बच्चे से पहली बार मिलें तो उसके हाव-भाव, व्यवहार आदि को सूक्ष्मता से देखिए और उस अनुभव को कविता या अनुच्छेद के रूप में लिखिए।

Solution
कल मैं अपनी सहेली के घर गई थी। वह मेरी ही कक्षा में पढ़ती है। जब मैं उसके साथ उनके घर के आँगन में बैठी थी तो मैंने देखा कि लगभग डेढ़-दो वर्ष की एक छोटी-सी लड़की दरवाजे की ओट में खड़ी होकर एकटक हम दोनों को देख रही थी। उस ने अपने एक हाथ की एक उंगली मुँह में डाल रखी थी और दूसरी से दरवाजा थाम रखा था। मैंने उसे इशारे से बुलाया पर वह वहीं खड़ी रही। मेरी सहेली ने मुझे बताया कि वह उसकी भतीजी थी जो दो दिन पहले ही दिल्ली से वहाँ कुछ दिन के लिए आए थे। उसका नाम सलोनी था। मैंने उसे नाम से पुकारा। वह मुसकराई तो अवश्य पर वहाँ से आगे नहीं बड़ी। मैं अपनी जगह से उठी और जैसे ही उस की तरफ बढ़ी वह झट से भीतर भाग गई। मैं भी वापिस अपनी जगह पर आकर बैठ गई। मैंने कुछ देर बाद फिर उधर देखा तो वह वहीं खड़ी थी। मेरी सहेली ने उसे बुलाया तो वह हमारे पास आ गई। मैंने उसे पुचकारा, उसका नाम पूछा। वह चुप रही। बस धीरे-धीरे मुसकाती रही। मैंने उससे पूछा कि क्या उसे गाना आता था तो उसने हाँ में सिर हिलाया और फिर धीरे-से पूछा कि क्या वह गाना सुनाए। मेरे हाँ कहने के बाद उसने गाना शुरू किया और एक के बाद एक न जाने कितनी देर तक वह आधे-अधूरे गाने गाती रही, ठुमकती रही। उसकी झिझक दूर हो गई थी। जब मैं चलने लगी तो वह मेरी उंगली थाम कर मेरे साथ चलने को तैयार थी। कुछ देर पहले मुझ से शर्माने और झिझकने वाली सलोनी अब मेरे साथ थी। अब उसके चेहरे पर झिझक के भाव नहीं थे। उसके व्यवहार में भय नहीं था। वह बहुत मीठा और अच्छा बोलती थी।
एन० सी० ई० आर० टी० द्वारा नागार्जुन पर बनाई गई फिल्में देखिए।

Some More Questions From नागार्जुन - यह दंतुरित मुसकान Chapter

कवि के अनुसार फसल क्या है?

कविता में फसल उपजाने के लिए आवश्यक तत्वों की बात कही गई है। बे आवश्यक तत्त्व कौन-कौन से हैं?

फसल को ‘हाथों से स्पर्श की गरिमा’ और ‘महिमा’ कहकर क्या व्यक्त करना चाहता है?

भाव स्पष्ट कीजिए-
रूपांतर है सूरज की किरणों का
सिमटा हुआ संकोच है हवा की थिरकन का!

कवि ने फसल को हजार-हजार खेतों की मिट्‌टी का गुण-धर्म कहा है-
मिट्‌टी के गुण-धर्म को आप किस तरह परिभाषित करेंगे?

कवि ने फसल को हजार-हजार खेतों की मिट्‌टी का गुण-धर्म कहा है-
वर्तमान जीवन शैली मिट्‌टी के गुण-धर्म को किस-किस तरह प्रभावित करती है?

मिट्‌टी द्वारा अपना गुण-धर्म छोड़ने की स्थिति में क्या किसी भी प्रकार के जीवन की कल्पना की जा सकती है?

मिट्‌टी के गुण-धर्म को पोषित करने में हमारी क्या भूमिका हो सकती है? 

इलेक्ट्रॉनिक एवं प्रिंट मीडिया के माध्यमों द्वारा आपने किसानों की स्थिति के बारे में बहुत कुछ सुना, देखा और पड़ा। एक सुदृढ़ कृषि-व्यवस्था के लिए आप अपने सुझाव देते हुए अखबार के संपादक को पत्र लिखिए।

कवि ने स्वयं को प्रवासी क्यों कहा है?